MP: अब देशी शराब दुकानों पर भी मिलेगी विदेशी शराब, सरकारी खजाने को होगा फायदा
Sehore News: मध्य प्रदेश सरकार ने इस बार सीहोर जिले में शराब की दुकानों की नीलामी के लिए 240 करोड़ रूपए का लक्ष्य तय किया है. जिले की 76 प्रतिशत से अधिक शराब दुकानों की नीलामी हो चुकी है.
Sehore News: शराब को लेकर भले ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) के बीच शीत युद्ध छिड़ा हुआ हो. लेकिन सरकार की आर्थिक स्थिति शराब (alcohol) के कारण ही संभली हुई है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि इस बार सरकार को शराब से अच्छी खासी आमदनी हो रही है. शराब के कारण सरकारी खजाना (government treasury) भी भर रहा है.
240 करोड़ रूपए का लक्ष्य किया गया है तय
दरअसल सरकार ने इस बार सीहोर जिले में शराब की दुकानो की नीलामी के लिए 240 करोड़ रूपए का लक्ष्य तय किया है. यह लक्ष्य गत वर्ष 158 करोड़ की तुलना में 82 करोड़ अधिक है. इसके बाद सरकार को शराब की बिक्री से भी अच्छी खासी आय होगी. हालांकि सरकार के बढ़े हुए लक्ष्य के चलते इस बार अब तक सीहोर जिले की शराब दुकाने नीलाम नहीं हो पाई हैं. अब जिला आबकारी विभाग द्वारा छठवीं बार टेंडर निकाले गए हैं.
विदेशी शराब को बेचने की दी गई है अनुमति
प्रदेश में शराब से आय बढ़ाने के लिए सरकार ने नई आबकारी नीति 2022-23 में कई तरह के बदलाव किए हैं. इसके चलते अब देशी शराब दुकानों पर विदेशी शराब को भी बेचने की अनुमति दी गई है. अन्य तरह के संशोधन भी किए गए हैं. सीहोर जिले की शराब दुकानों की नीलामी से आय के लिए सरकार ने इस बार 240 करोड़ रूपए का लक्ष्य तय किया है. यह आंकड़ा गत वर्ष 158 करोड़ रूपए था. यानी इस बार 82 करोड़ अधिक का लक्ष्य तय किया गया है. यह राशि तो शराब दुकानों की नीलामी से सरकार को मिलेगी. इसके अलावा वर्षभर बिकने वाली शराब से सरकार को अलग आय प्राप्त होगी. बताया जा रहा है कि 76 प्रतिशत से अधिक दुकानों की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन दो समूहों के लिए अब तक टेंडर प्राप्त नहीं हो सके हैं.
छावनी समूह एवं चौक समूह के लिए नहीं मिले आवेदन
सीहोर जिले के 22 एकल मदिरा समूहों के 14 विदेशी शराब दुकान एवं 57 देशी शराब दुकान सहित छावनी समूह एवं चौक समूह के लिए नवीनीकरण हेतु आवेदन किए गए थे. इसके लिए ई-टेंडर प्रक्रिया भी की गई, लेकिन छावनी समूह एवं चौक समूह के लिए आरक्षित मूल्य पर किसी ने भी टेंडर नहीं डाले. जिसके कारण इन समूहों की नीलामी नहीं हो सकी. अब जिला आबकारी विभाग द्वारा छटवी बार छावनी समूह आरक्षित मूल्य 31 करोड़ 41 लाख 38 हजार 674 रुपए एवं चौक समूह आरक्षित मूल्य 24 करोड़ 70 लाख 52 हजार 842 रुपए के लिए फिर से ई-टेंडर प्रक्रिया की विज्ञप्ति जारी की गई है. यह टेंडर 22 मार्च को शाम 4 बजे खोले जाएंगे.
76 शराब की दुकानों की हो चुकी है नीलामी
जिले की 76 प्रतिशत से अधिक शराब दुकानों की नीलामी हो चुकी है. चौक समूह एवं छावनी समूह की नीलामी के लिए अब फिर से टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत की गई है. इस बार जिले की शराब दुकानों के लिए 240 करोड़ रूपए का लक्ष्य तय किया गया है.
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