Sehore News: प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और नगरीय निकाय चुनावों की प्रशासनिक तैयारियों के बीच सियासत में भी हलचल दिखाई देने लगी है. सत्ताधारी दल बीजेपी के युवा मोर्चा में ताज पोशियों का सिलसिला भले प्रदेश के अन्य जिलों में शुरू हुआ हो, लेकिन इसका असर सीहोर जिला मुख्यालय पर देखा जा रहा है. कई युवा नेता बीजेपीयुवा मोर्चा में जगह बनाने के लिए प्रयासरत देखे जा रहे हैं. जिले में भारतीय जनता पार्टी चारों विधानसभाओं पर इस समय काबिज है, वहीं नगरों में भी बीजेपी का मजबूत धरातल है. हालांकि बीजेपी युवा मोर्चा में लंबे अर्से से ताज पोशियां नहीं हो पाई हैं. लेकिन प्रदेश में इसकी शुरूआत होने पर जिले में सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
बीजेपी सूत्रों की माने तो जिले में बीजेपी युवा मोर्चा सहित अन्य मोर्चे की जल्द ही जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी. इसको लेकर बीजेपी के कई युवा कार्यकर्ता सक्रिय नजर आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पार्टी को ज्यादा मजबूत करने और आगामी रणनीति को लेकर बीजेपी जिला मुख्यालय पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन करने जा रही है. इसमें बीजेपी संगठन के कई कद्दावर नेताओं के शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में बीजेपी वर्तमान हालात को देखते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श कर सकती है.
बीजेपी युवा मोर्चा में महत्वपूर्ण भूमिका के लिहाज से कई युवा चेहरे वर्तमान में उभर कर सामने आए हैं. अब महत्वपूर्ण जिम्मेदारी किसे मिलती है, इस बात की चर्चाएं तेज होने लगी हैं. युवा मोर्चा में जगह बनाने के लिए अमित मीणा, भूपेंद्र पाटीदार, शुभम सोनी, नवीन चौहान, सुदीप प्रजापति लॉबिंग भी शुरू कर दी है. सियासी जानकार इसे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और निकाय चुनावों की सरगर्मियों को देखते हुए पार्टी की तैयारी मान रहे हैं.
बीजेपी में सत्ता परिवर्तन के पूर्व गुटबाजी ज्यादा नहीं दिखाई देती थी, लेकिन सत्ता में बदलाव के बाद कांग्रेस का दामन झटक कर बीजेपी में आये कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद समर्थकों ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया था, युवा मोर्चा में उन्हें कितना स्थान मिलता है, इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. वहीं बीजेपी के कद्दावर नेता रहे पूर्व विधायक रमेश सक्सेना वर्तमान में कांग्रेस के नेता हैं और फिलहाल तटस्थ हैं. ऐसे युवाओं को बीजेपी युवा मोर्चा में स्थान मिलता है नहीं यह भी काबिले गौर होगा.