Sehore News: महामारी की दोनों लहरों में खतरनाक कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों के चेहरे पर मास्क तो आपने खूब देखे होंगे, लेकिन जानवरों के चेहरे पर मास्क देखा है? सुनने में थोड़ा अजीब लगे लेकिन सीहोर जिले के एक गांव की सच्चाई है. कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन की आशंका से देश में हड़कंप मचा हुआ है. महामारी से बचने के लिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर प्रशासन जन जागरुकता अभियान चला रहा है.
महामारी से बचाने के लिए लोगोंं ने मवेशियों को लगाए मास्क
कोरोना की दो लहरों में हुई मौत से लोग डरे सहमे हुए हैं लेकिन तीसरी लहर के संकेत को देख लोग खुद के बचाव के साथ जानवरों की भी चिंता करने लगे हैं. इसी चिंता में गांव चंदेरी के किसान एम एस मेवाड़ा और मनोज मेवाड़ा ने संक्रमण से बचाने के लिए जानवरों के भी मुंह पर मास्क बांध रखा है. किसान बैलगाड़ी के साथ भी बैलों को मास्क लगाकर शान से बाहर ले जाते हैं. एम एस मेवाड़ा ने बताया कि कोरोना जानवरों के माध्यम से भी गांव में आ सकता है, इसलिए अनूठा प्रयोग किया गया है.
उनकी सलाह है कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए खुद की सुरक्षा के साथ जानवरों की सुरक्षा भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण रोकने के सिर्फ दो ही उपाय हैं, पहला-मास्क और दूसरा सोशल डिस्टेंसिंग. बेशक जानवरों में कोरोना संक्रमण फैलने की कोई रिसर्च सामने नहीं आई है, लेकिनकिसान के लिए उसके जानवर जी-जान से प्यारे होते हैं. लिहाजा किसानों और गांववालों ने अपने-अपने जानवरों को मास्क पहना दिए हैं.
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