Sehore Industrial Area News: मध्य प्रदेश सरकार (MP Govt) द्वारा सीहोर जिले (District Sehore) को विकसित और समृद्ध बनाने के लिए जिला मुख्यालय से सटे झागरिया रोड (Jhagriya Road) पर लगभग 100 करोड़ की लागत से औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Area) विकसित किया गया, जिसे लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने युवा बेरोजगारों को बड़े-बड़े सपने भी दिखाएं और सीहोर को रोजगार से भर देने की बातें कहीं लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती दिखाई दे रही है.
सीहोर क्षेत्र के हजारों कुशल शिक्षित और सक्षम युवा वर्षों से बेरोजगारी के चलते बड़े महानगरों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं. क्षेत्र के आसपास समृद्ध व्यवसाय ना होने के कारण व्यापारी और आम नागरिकों की उन्नति भी रुक सी गई है. इसी बीच झागरिया रोड पर लगभग 350 एकड़ क्षेत्र में विकसित किए जा रहे औद्योगिक क्षेत्र से आम नागरिकों और युवा बेरोजगारों को एक आस जगी थी लेकिन वह भी अभी तक पूरी होती दिखाई नहीं दी.
60 से 70 फीसदी भूमि का उद्योगों के लिए हो चुका है आवंटन
इस औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 60 से 70 फीसदी भूमि का उद्योगों के लिए आवंटन भी हो चुका है लेकिन बीते तीन-चार वर्षों में एक भी उद्योग सुचारू रूप से यहां प्रारंभ नहीं हो सका. रोजगार तो दूर, क्षेत्र के व्यवसायी या व्यापारी इस क्षेत्र में अपना व्यापार या उद्योग स्थापित करने में भी स्वंय को समर्थ नहीं मान रहे हैं क्योंकि इस औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए आवंटित भूमि इतनी महंगी है कि एक छोटा उद्यमी केवल उसके सपने देख सकता है.
आईटीसी और आसाम साइन कंपनी का काम नहीं सका शुरू
सूत्रों के अनुसार आईटीसी कंपनी और आसाम साइन कंपनी को इस क्षेत्र में उद्योग लगाने के लिए भूमि आवंटित की गई थी. आईटीसी को इस औद्योगिक क्षेत्र में एक विकसित फूड पार्क बनाना था और आसाम साइन कंपनी ट्रैक्टर और उससे जुड़े पार्ट्स बनाने के लिए यहां अपना कारखाना लगाने वाली थी, जिससे हजारों बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना थी लेकिन ये सब बातें अभी केवल कागजी ही लग रही हैं.
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इस तरह विकसित किया गया है औद्योगिक क्षेत्र
वहीं, इस औद्योगिक क्षेत्र को विकसित और सुंदर बनाने का जिम्मा शेफर्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया जिसने लगभग 100 करोड़ के इन्वेस्टमेंट के साथ औद्योगिक क्षेत्र को विकसित किया. चाहे कंक्रीट रोड हो, सुसज्जित विद्युत व्यवस्था या अन्य ड्रेनेज संसाधन सभी का निर्माण इस औद्योगिक क्षेत्र में किया गया है लेकिन इस क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकता उद्योग है जो आज भी इस स्थान से कोसों दूर नजर आती है.
इस संबंध में जब एबीपी संवाददाता ने प्रशासनिक तौर पर जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र पूर्ण रूप से विकसित है यहां पर सभी जरूरी और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं और कंपनियों को भी आने के लिए निमंत्रण दिया गया है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस क्षेत्र में रोजगार विकसित किए जाएंगे.
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