Sehore News: पनीर फैक्ट्री के मजदूरों ने किया चक्का जाम, सड़क के दोनों ओर लगा लंबा जाम
सीहोर जिले में ग्राम पिपलिया मीरा स्थित जयश्री गायत्री फूट फैक्ट्री के सैकड़ों कर्मचारियों ने पनीर फैक्ट्री का घेराव किया. स्टेट हाईवे रोड पर चक्कर जाम कर करीबन 3 घंटे रोड जाम किया.
Sehore: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में ग्राम पिपलिया मीरा स्थित जयश्री गायत्री फूट फैक्ट्री के सैकड़ों कर्मचारियों ने पनीर फैक्ट्री का घेराव किया . स्टेट हाईवे रोड पर चक्कर जाम कर करीबन 3 घंटे रोड जाम किया. मजदूरों का कहना है कि 8 दिन से फैक्ट्री बंद होने से हमारा रोजगार छिन गया है .सरकार और जिला प्रशासन को फैक्ट्री खुलवाना चाहिए. क्योंकि हमारे घर की दो वक्त की रोटी मिलना बंद हो गई है. कर्मचारियों की चक्कर जाम और हड़ताल से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. मौके पर पहुंचकर राजस्व पुलिस प्रशासन ने मजदूरों को समझाने की कोशिश की तो मजदूर और प्रशासन के बीच नोकझोंक भी हुई .3 घंटे चले चक्कर जाम के बीच सीहोर अपर कलेक्टर रवि वर्मा के पहुंचने के बाद पूरा मामला शांत हुआ.
कलेक्टर ने मजदूरों को समझाया
अपर कलेक्टर रवि वर्मा ने मजदूरों से बातचीत की और उन्हें समझाइश भी दी मजदूरों ने अपर कलेक्टर रवि वर्मा की बातों को गंभीरता से लेकर और चक्कर जाम खत्म कर उनकी बातचीत सुनी. रवि वर्मा का कहना है प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में पूरा मामला पनीर फैक्ट्री का चल रहा है जिन्होंने एक आदेश जारी किया था. फैक्ट्री की लाइट बंद कर दो जो 8 दिन से फैक्ट्री बंद है.मामला था गंदा पानी निकल रहा था जो सीवन नदी में जा रहा था उसको लेकर उन्होंने निर्देश जारी किए थे.लेकिन सोमवार को सुबह से सीहोर भोपाल बिलकिसगंज रोड पर मजदूर नारेबाजी कर रहे थे. फिलहाल प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच चर्चा हो रही है शाम तक फैक्ट्री भी शुरू हो जाएगी.
किस कंपनी में काम करते हैं मजदूर
जानकारी के अनुसार पिपल्यामीरा क्षेत्र में जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड Milk Magic द्वारा पनीर फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है. यहां पर दूध से कई तरह के प्रोडक्ट्स का निर्माण किया जाता है. जो न केवल मध्यप्रदेश में, बल्कि देश से बाहर भी कई देश में सप्लाई होते हैं.लंबे समय से फैक्ट्री से निकलने वाला कैमिकल युक्त प्रदूषित पानी खेतों में जा रहा है.जिसे लेकर बीते करीब दो महीने से किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. किसानों ने पहले स्थानीय स्तर पर तहसील, फिर कलेक्ट्रेट में शिकायत की, लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और फिर एनजीटी में चले गए. इस शिकायत पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दल ने फैक्ट्री का जायजा लिया, जिसके दौरान कई अनियमित्ताएं मिली.
जिसे लेकर 19 जनवरी 2022 को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने न केवल फैक्ट्री प्रबंधन को कारखाना बंद करने के निर्देश दिए. बल्कि बिजली कंपनी को भी तत्काल बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए.प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर के निर्देश पर 25 फरवरी को बिजली कंपनी ने JAYSHRI GAYATRI FOOD PRODUCTS PRIVATE LIMITED की बिजली सप्लाई बंद कर दी, जिससे फैक्ट्री बंद हो गई है. यहां काम करने वाले वर्कर्स बेरोजगार हो गए हैं, जो 7 मार्च सुबह से ही सड़क पर आंदोलन करने के लिए बैठ गए हैं.
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