Sehore News: मध्य प्रदेश विद्युत विभाग मंडल सीहोर के अधीक्षण यंत्री का तबादला किया गया है. जानकारी के अनुसार, शिकायतों का समय पर निपटारा न होने के कारण क्षेत्रीय कार्यालय ने फैसला लिया. ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर ट्रांसफार्मर न रखने, अघोषित बिजली कटौती, बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर बार बार शिकायत की जा रही थी. ट्रांसफर्मर की बात को लेकर ऊर्जा मंत्री भी कार्यपालन यंत्री सुमित अग्रवाल और एसई पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. काम में लापरवाही बरतने की क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल में एसई एसएल नरेड़ा की शिकायत की गई थी. जिसके बाद से उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है.
बिजली चोरी रोकने के लिए सख्ती का निर्देश
एसएल नरेड़ा को स्थानांतरित कर एमडी कार्यालय गोविंदपुरा भोपाल भेजा गया है. उनके स्थान पर नए आए अधीक्षण यंत्री सीके पवांर ने बिजली अफसरों की बैठक ली. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को समय पर वसूली संबंधित निर्देश दिए. इसी के साथ ही बिजली चोरी के मामलों में सख्ती बरतने का भी आदेश दिया है.
महीने के अंत तक वसूली टारगेट 41 करोड़
सीके पवांर ने कहा कि पुलिस का सहयोग लें, लाइन मेंटेनेंस करें, लाइट ट्रिपिंग की समस्या का ध्यान रखें. बिजली वितरण कम्पनी के एसई पवार ने आगे बताया कि सीहोर पर 180 करोड़ का एरियर्स बाकी है. इस महीने के अंत तक वसूली टारगेट 41 करोड़ मिला है. अभी 18 करोड़ की वसूली हुई है. उन्होंने बताया कि रबी सीजन में किसानों को 10 घंटे बिजली देना है और इसकी तैयारी पूरी की जा चुकी है.
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