Sehore News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में रेत का खनन कर रही पावर मेक कंपनी के पक्ष में ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं. दरअसल पावर मेक कंपनी को सरकार ने सीहोर जिले की रेत खदानें लीज पर दी हैं. पावर मेक कंपनी स्थानीय लोगों को रोजगार भी दे रही लेकिन क्षेत्र की जाजना खदान को प्रशासन ने बंद कर दिया है. सूत्रों का कहना है कि स्थानीय माफिया रेत का उत्खनन नहीं कर पा रहा था. जिसके चलते उसने प्रशासन से अवैध उत्खनन की शिकायत की थी. शिकायत के बाद प्रशासन ने खदान बंद करवा दी. खदान बंद होने के कारण स्थानीय ग्रामीणों का रोजगार छिन गया है.
ग्रामीणों ने खनिज अधिकारी के नाम रेहटी तहसीलदार और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर जाजना खदान को फिर शुरू कराने की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि रेत कंपनी पवार मेक सरकार को बड़ी मात्रा में राजस्व चुकाने के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी दे रही है. इसके साथ ही कंपनी की तरफ से गांव में विकास कार्य भी कराये गए हैं. लेकिन स्थानीय रेत माफियाओं की शिकायत पर प्रशासन ने रेत खदान को बंद कर दिया है.
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस खदान को फिर से शुरू कराया जाए. कंपनी के काम करने किसी परेशानी नहीं होने की बात कही है. खनिज विभाग को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर से सबसे ज्यादा राजस्व मिला है. सीहोर जिला राजस्व चुकाने के मामले में प्रदेश में टॉप पर है. इसका श्रेय पावर मेक कंपनी को जाता है. पावर मेक कंपनी अब तक लगभग 180 करोड़ का राजस्व चुका चुकी है.