Sehore History: सीहोर (Sehore) मध्य प्रदेश में भोपाल (Bhopal) संभाग में आने वाला एक जिला है. यह मालवा क्षेत्र के मध्य में विन्ध्य रेंज (Vindhya Range) में बसा हुआ है. सीहोर का लम्बा और गौरवशाली इतिहास रहा है. पूर्व में शैव, जैन, वैष्णव, बौद्ध और नाथ पुजारियों ने सीहोर को पूजा का एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया. साथ ही सीहोर भोपाल स्टेट का एक हिस्सा था. मध्य प्रदेश के गठन के बाद इसे 1972 में विभाजित करके एक नया जिला ‘भोपाल’ बनाया गया. आइये जानते हैं सीहोर जिले की पूरी कहानी. 


परिचय
सीहोर जिला एक समय में भोपाल रियासत का हिस्सा था. जब मध्य प्रदेश का गठन किया गया, तो उस समय भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी बनाया गया. मगर, भोपाल सीहोर जिले के अंतर्गत ही रखा गया था, यानी कि भोपाल को उस समय जिले का दर्जा न देकर सीहोर जिले में रखा गया, फिर प्रशासनिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 1972 में सीहोर जिले को विभाजित करके नए जिले भोपाल का गठन किया गया.    


इतिहास
सीहोर में ही योग सम्प्रदाय के विख्यात संस्थापक महर्षि पतंजलि ने यहां योग करते हुए कुछ समय बिताया. इसके अलावा सीहोर जिले और इसके आस पास के इलाकों में लोकगीत बहुत प्रचलित है. यहां के लोकगीतों में भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की यात्राओं को आधार मानकर गीत गाया जाता है. यही नहीं सीहोर में ऐतिहासिक पुरातन और धार्मिक महत्व के कई मंदिर, मठ, तीर्थ, मस्जिद और चर्च हैं. सीहोर अपनी एकता में अनेकता लिए सांप्रदायिक सद्भाव के लिए भी जाना जाता है. सीहोर अवंति का अभिन्न अंग रहा है. बाद में, यह मगध वंश, चंद्रगुप्त प्रथम, हर्षवर्धन, अशोक, राजा भोज, पेशवा प्रमुखों, रानी कमलापती और भोपाल वंश के नवाबों के संरक्षण में था. 


आबादी
सीहोर जिला अब भोपाल संभाग में आता है. 2011 की जनगणना के मुताबिक जिले की आबादी 1,311332 है. जिले का जनसंख्या के हिसाब से घनत्व 200/ प्रति वर्ग किलोमीटर है. सीहोर में साक्षरता दर 71.11 फीसदी है. एक अनुमान के अनुसार अभी जिले की आबादी 1,455,579 है, जिसमें से 248,462 लोग शहर या कस्बों में रहते हैं जबकि 1,062,870 लोग गावों में निवास करते हैं.    


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क्षेत्र 
सीहोर जिले का कुल क्षेत्रफल 6,578 वर्ग किलोमीटर है. सीहोर से इंदौर राजमार्ग और भोपाल-रतलाम पश्चिम रेलवे लाइन पर स्थित है. यह रायसेन, होशंगाबाद, देवास, शाजापुर और राजगढ़ जैसे जिलों से घिरा हुआ है. वहीं जिले में 9 तहसीलें हैं. जिनके नाम सीहोर शहरी, श्यामपुर, सीहोर ग्रामीण, बुदनी, आष्टा, इछावर, जावर, रेहटी और नसरूल्लागंज है. 


भाषा
सीहोर मालवा क्षेत्र में आता है. इसीलिए यहां हिन्दी के साथ-साथ मालवी भाषा प्रमुख रुप से बोली जाती है. 


स्थापना
सीहोर जिले का 2 अक्टूबर 1972 को पुनर्गठन हुआ. जिसके बाद सीहोर जिले से अलग होकर भोपाल जिले का निर्माण हुआ. पूर्व में सीहोर अवंती का अभिन्न अंग रहा है. बाद में यह मगध राजवंश, चन्द्रगुप्त प्रथम, हर्षवर्धन, आशोक महान, राजा भोज, पेशवा प्रमुखों, रानी कमलावती और भोपाल के नवाबों के संरक्षण में रहा.         


नदी
सीहोर जिले से होकर पार्वती नदी बहती है. यह नदी जिले के सिदिगंज गांव से निकलती है, इसके उद्गम स्थल पर ही रामपुर डैम बना हुआ है. यह नदी विंध्याचल पर्वतमाला के उत्तर में स्थित सीहोर से निकलकर बारां के समीप राजस्थान में प्रवेश करती है. इसकी सहायक नदियों में ल्हासी, अंधेरी, विलास, बरनी, बैंथली आदि प्रमुख हैं. जिले में सीप नदी भी बहती है.


धार्मिक स्थल
सीहोर में कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं. यहां से 84 किलोमीटर दूर सारु-मारू की गुफाएं हैं जो बौद्ध धर्म से संभंधित हैं. यहां पर विशाल स्तूप और गुफाएं हैं. जिला मुख्यालय के पास सिद्ध गणेश मंदिर है. पौराणिक कथा के अनुसार यह गणेश मंदिर उज्जैन के राजा विक्रमादित्य और मराठा पेशवा बाजी राव ने बनवाया था. इसके अलावा जिले में प्राचीन मंदिर हैं. यहां जिले की सबसे बड़ी और 12 शताब्दी में बनी जामा मस्जिद है, जैन मंदिर, गुरुद्वारा भी जिले में मौजूद हैं.
 
अर्थव्यवस्था
सीहोर जिला मुख्य रूप से कृषि प्रधान जिला है. जिले के 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग खेती करते हैं, इसमें भी सबसे ज्यादा सोयाबीन की खेती की जाती है. सीहोर जिले में कृषि उपज मंडी, भोपाल चीनी उद्योग, तेल फेड उद्योग और पासु अरहर संयंत्र के रूप में थोड़े बहुत व्यापार उद्योग हैं. इसके आलावा जिले के लोग बड़े शहरों में नौकरी करके अपना जीवकोपार्जन करते हैं. 


ट्रांसपोर्ट
सीहोर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला मुख्य ट्रांसपोर्ट रेलवे है. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, जयपुर, जम्मू, नागपुर, हैदराबाद, कानपुर सहित अन्य प्रमुख शहरों के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैं. इसके अलावा जिले में मौजूद बस अड्डे से प्रमुख जगहों के लिए बस चलती हैं. सीहोर से सबसे निकटतम हवाई अड्डा भोपाल में है.


स्कूल कॉलेज- मशहूर
सीहोर जिले में अगर शिक्षा की बात करें तो यहां साक्षरता दर 71.11 फीसदी है. वहीं जिले में चन्द्र शेखर आज़ाद गवर्नमेंट कॉलेज, कृषि कॉलेज सीहोर, पीजी कॉलेज, डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग, कन्या आईटीआई सीहोर, श्री सत्य साईं इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज मुख्य शिक्षण संस्थान मौजूद हैं.


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