Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सीहोर पुलिस ने एक मासूम तस्कर गिरोह को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह में 2 महिलाएं, एक बच्चा सहित नौ सदस्य शामिल हैं. गिरोह ने रैकी कर राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के गृह क्षेत्र से एक सात वर्षीय मासूम बच्ची का अपहरण किया था, जिसे पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही 500 किलोमीटर दूर शिवपुरी से बरामद कर गिरोह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार इछावर पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव डुंडलावा में कुछ अज्ञात लोग सफेद रंग की कार में जबरन 7 साल की बच्ची का अपहरण करके ले गए हैं. सूचना के तुरंत बाद ही पुलिस एक्टिव हुई. एसपी मयंक अवस्थी भी तुरंत ही गांव पहुंचे और चार अलग-अलग टीमें बनाकर जांच जांच शुरु करवाई.


तकनीकी मदद से पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई. अलग-अलग थानों की टीमें जुटी और आखिरकार 500 किमी दूर शिवपुरी से बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 7 साल की मासूम बच्ची को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया. एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में से एक आरोपी के खिलाफ पहले ही मानव तस्करी का मामला दर्ज है और उसे सजा भी हो चुकी है. गिरोह में 2 महिलाएं भी थीं, जिससे गांव के लोग इन्हें पारिवारिक समझकर अनदेखा कर जाते हैं. उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य घटना स्थल के पास एक दिन पहले रात्रि में रुके थे. दुसरे दिन ग्राम डुंडलावा से नाबालिग को पानी देने के बहाने बुलाकर कार में बैठाकर अपहरण कर ले गये थे.


सैनिक को मिला था पहला सुराग 


जब पुलिस बच्ची की तलाश कर रही थी तभी इछावर थाना में पदस्थ सैनिक विक्रम सिंह ठाकुर को जानकारी मिली कि अपहता के परिजनों की तरफ से बताए हुलिए के अज्ञात लोग घटना के एक दिन पहले घटना स्थल के आस पास घूम रहे थे, जिसकी तस्दीक के लिए घटना के पहले और बाद के पुरे शहर के सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले गए, जिसके आधार पर एक संदिग्ध सफेद रंग की कार पुलिस को शहर के बाहर जाते दिखी. सीसीटीवी फुटेज में दिखी कार कहां-कहां होकर गई, इसकी जांच के लिए एक टीम दोराहा थाना प्रभारी राजेश सिन्हा और उनि कमलेश चौहान के नेतृत्व में रवाना की गई.


पुलिस ने बच्ची का अपहरण करने वाले गिरोह को दबोचा


मामले की जांच के लिए एक और टीम बनाई गई जो तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों की जानकारी जुटा रही थी. पुलिस को पता चला कि जो संदिग्ध घटना स्थल पर देखा गया था उसके खिलाफ अन्य जिलों में भी अपहरण के मामले दर्ज थे. आरोपी दयाराम के खिलाफ देवास और राजगढ़ में अपहरण और मानव तस्करी के प्रकरण दर्ज थे और एक मामले में उसे न्यायालय से सजा भी हुई है. ऐसे में पुलिस ने संदिग्ध और कार दोनों कडियों को आपस में जोड़कर जांच शुरु की तो 500 किलोमीटर दुर शिवपुरी के मायापुर गाव से पुलिस ने 7 साल की बच्ची को बरामद किया. पुलिस ने दबिश देकर बच्ची का अपहरण करके ले जाने वाले गिरोह के सभी सदस्यों को दबोच लिया.


एसपी ने बनाई थी चार अलग-अलग टीमें


पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने मामले की तह तक जाने और बच्ची को सकुशल वापस लाने के लिए चार टीमें बनाई थीं. पहली टीम इछावर टीआई कंचन सिंह ठाकुर के नेतृत्व में तथा दूसरी टीम दोराहा टीआई राजेश सिन्हा के नेतृत्व में बनी थी. बिलकिसगंज थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अविनाश भोसले के नेतृत्व में तीसरी और अमलाहा चौकी प्रभारी उप निरीक्षक अजय जोझा के नेतृत्व में चौथी टीम बनाई गई थी. पुलिस ने आरोपी तिवारी कंजर पिता नात कंजर 30 साल निवासी पीपलरावा देवासए राहुल पिता चिमन मालवीय 20  साल निवासी खेड़ावत थाना सलसलाई शाजापुर,


सुनील उर्फ रिंकू पिता गणेश कंजर 28 साल निवासी मायापुर शिवपुरी, आजाद सिंह पिता रामजी कंजर 38 साल निवासी मायापुर शिवपुरी, धरमराज पिता सरविन कंजर 55 साल निवासा मायापुर जिला शिवपुरी, शाहरुख पिता अकबर 25 साल निवासी बाबड़िया थाना इछावर सीहोर, दयाराम पिता हरिशंकर 46 साल निवासी खेड़ावद थाना सलसलाई शाजापुर, इकरा पति शाहरुख 20 साल निवासी बाबड़िया थाना इछावर सीहोर, मागीबाई पति राहुल कंजर 18 साल निवासी खेड़ावद थाना सलसलाई शाजापुर को गिरफ्तार किया है. 

एसपी मयंक अवस्थी ने आसपास के जिलों के थानों से 6 से 8 साल की गुम हुई बच्चियों की जानकारी मांगी है, ताकि उनका भी पता लगाया जा सके. यही नहीं गिरोह के लोग इन बच्चियों को कहां ले जाते थे और किन्हें बेचते थे, इसके लिए कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर पुलिस को मिले हैं. इनकी भी जांच की जा रही है.


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