सीहोर: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में इस समय नाम परिवर्तन को लेकर हर जगह आवाज उठ रही है.  पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कुछ समय पहले जैसे ही भोपाल हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम परिवर्तन कर कमलापति रखा था.  इसके बाद कई शहरों के नाम बदले जाने की घोषणा की गई थी.  सीहोर (Sehore) जिले में स्थित नसरुल्लागंज का नाम बदलने की घोषणा भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की थी. लेकिन अभी तक इसका नाम नहीं बदला गया है. लेकिन अब नाम बदलने की प्रक्रिया तेज हो गई है.

 

नसरूल्लागंज तहसील का नाम बदलकर भैरुंदा किया जाएगा

बता दें कि सीहोर जिले के नसरूल्लागंज तहसील का नाम बदलकर भैरुंदा किया जाएगा. इस संबंध में शिवराज सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है.गौरतलब है कि 1908 में नसरुल्लागंज का नाम भैरुंदा ही था. इससे पहले होशंगाबाद और बबाई का भी नाम बदला जा चुका है. सीएम शिवराज सिंह 22 फरवरी 2021 को नाम बदलने का ऐलान किया था.

 

नसरुल्लागंज भोपाल के नवाब परिवार से जुड़ा है

नसरुल्लागंज के इतिहास को देखा जाए.तो यह भोपाल के नवाब परिवार से जुड़ा है. नवाब सुल्तान जहान बेगम ने भोपाल के पास अपने तीनों बेटों को जागीरें दी थीं. ज्येष्ठ पुत्र नसरुल्ला खां को दी गई जागीर का नाम उनके नाम पर नसरुल्लागंज रखा गया. इसी तरह ओबैदुल्लागंज ओबैदुल्ला खान की जागीर थी. सुल्तान जहां बेगम ने अपने सबसे छोटे बेटे हमीदुल्लाह को चिकलोड की जागीर दी. नसरुल्ला खान और औबैदुल्ला खान की पूर्व मृत्यु के कारण,  हमीदुल्ला को भोपाल रियासत के नवाब बनाया गया था.

 

काफी समय से  निवासी शहर का नाम भैरुंडा करने की मांग कर रहे हैं

भोपाल रियासत की 1908 की गजट अधिसूचना में कहा गया है कि उस समय नसरुल्लागंज का नाम भैरुंडा था. राजपत्र में उल्लेख है कि भैरुंडा भोपाल रियासत के दक्षिणी संभाग के आठ परगनाओं में से एक था. उस समय भैरुंडा और आसपास के इलाकों में कालीन बुनने का काम किया जाता था. यहां कई बुनकर रहते थे. लंबे समय से यहां के निवासी शहर का नाम भैरुंडा करने की मांग कर रहे थे. मुख्यमंत्री के एलान से पहले ही स्थानीय लोगों ने नसरुल्लागंज के साथ-साथ भैरुंडा लिखना शुरू कर दिया.

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