Sehore News: PM मोदी के कार्यक्रम में शामिल होंगे 4 जिलों के जनजातीय लोग, प्रशासन कर रहा दिन-रात तैयारी, अधिकारी कर रहे औचक निरीक्षण
15 नवंबर को होने वाले जनजातीय महासम्मेलन के एक दिन पहले ही तीन से चार जिलों के लोग सीहोर जिले में रुकेंगे. ऐसे में उनके ठहरने, खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है.
सीहोर: भोपाल के जंबूरी मैदान में 15 नवंबर को होने वाले जनजातीय महासम्मेलन की तैयारियों में जिला प्रशासन जुटा हुआ है. दरअसल तीन से चार जिलों के लोग आयोजन के एक दिन पहले सीहोर जिले में रुकेंगे इसलिएं उनके खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर तैयारी की जा रही है. इसके लिए कलेक्टर, एसपी, एडीएम, एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों ने अधिग्रहित किए गए इंदौर-भोपाल हाईवे पर बने माडल स्कूल, सत्यसाई विश्वविद्यालय सहित अन्य भवनों का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया.
जनजातीय लोगों की व्यवस्था के लिए लाखों रुपये का बजट भी जिले में स्वीकृत हुआ है. वहीं आयोजन को लेकर ट्रैफिक सहित अन्य व्यवस्थाओं की भी तैयारी की जा रही है. जिले से भी करीब 10 हजार जनजातीय समुदाय के लोग शामिल होंगे.
15 नवंबर को होगा जंबूरी मैदान पर जनजातीय महासम्मेलन
जानकारी के अनुसार 15 नवंबर को क्रांतिकारी बिरसामुंडा की जयंती के अवसर पर भोपाल के जंबूरी मैदान पर जनजातीय महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातीय लोगों को संबोधित करेंगे. आयोजन में शामिल होने के लिए प्रदेश के जनजातीय जिलों को लक्ष्य दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा से भी बड़ी संख्या में जनजातीय लोग शामिल होंगे.
20 हजार जनजातीय लोग आयोजन के एक दिन पहले सीहोर पहुंचेंगे
धार, बड़वानी, खरगौन और खंडवा के करीब 20 हजार जनजातीय लोग आयोजन के एक दिन पहले सीहोर पहुंचेंगे, जहां उनके ठहरने, चाय-नाश्ता, खाना, सैनिटाइजर, मास्क, वाहन आदि की सुविधा दी जाएगी. वहीं ठहरने के लिए करीब 48 शासकीय भवनों को चिहिंत कर व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं, जिनका बुधवार को कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर, एसपी मयंक अवस्थी, एडीएम गुंचा सनोबर, एसडीएम ब्रजेश सक्सेना सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश दिए.
होशंगाबाद, जबलुपर, बुधनी से आने वाले बड़े वाहन और इंदौर-भोपाल से गुजरने वाले बड़े वाहनों के लिए 14 व 15 नवंबर को मार्ग डायवर्ट रहेंगे. इस दौरान चार पहिया वाहनों की आवाजाही रहेगी. इसके लिए जिले का ट्राफिक प्लान तैयार किया जा रहा है. बड़े व भारी वाहन भोपाल की ओर संभवतः प्रतिबंधित किए जाने का फैसा भी पुलिस ले सकती है. सीहोर से बड़ी संख्या में पुलिस व अन्य विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी यातायात व अन्य व्यवस्थाओं में रहेगी, जबकि शिक्षा विभाग के कई कर्मचारियों की ड्यूटी भोपाल के जंबूरी मैदान में रहेगी.
विभाग सहित एसडीएम को सौंपी जिम्मेदारी
जनजातीय महासम्मेलन को लेकर आदिम जाति कल्याण विभाग सहित जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारियों को व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है,जो दूसरे जिलों से आने वाले लोगों को उनके ठहरने का इंतजाम करेंगे, वहीं यह भी तय करेंगे कि कहां-कितने लोग किस जिले के रुकेंगे. उनके वाहन कहां पार्क होंगे और उनका रूट चार्ट क्या होगा, चाय-नाश्ता और खाना की कहां व्यवस्था रहेगी, मास्क व सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. साथ ही सीहोर से जाने वाले जनजातीय लोगों को परिवहन की व्यवस्था के लिए वाहनों को भी अधिग्रहण किया जाएगा.
कहां किसके ठहरने की रहेगी व्यवस्था
डिप्टी कलेक्टर सीहोर रवि वर्मा ने बताया कि बड़वानी से दो हजार, धार से 5500, धार के आसपास से 4500, बुरहानपुर से 2000, खंडवा से 5000, रतलाम से 2400, मंदसौर से 500 जनजातीय लोगों की आने की संभावना है, जिनके अलग-अलग स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था रहेगी. वहीं अलग-अलग जिलों से आने वाले लोगों की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी गई है.
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