Rudraksh Mahotsav: सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीक कुबेश्वर धाम पर 16 फरवरी से 22 फरवरी तक जारी रुद्राक्ष वितरण महोत्सव और शिवमहापुराण कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा ने देश भर से श्रद्धालुओं को आने का आमंत्रण दिया था. पंडित मिश्रा कथा में कहते नजर आए सीहोर आओ, खाना मिलेगा, रहने को मिलेगा, बस खाने का बर्तन खुद धोना पड़ेगा. पंडित मिश्रा के आव्हान पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु सीहोर आ पहुंचे. उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालुओं के कारण सभी व्यवस्था चौपट हो गई. श्रद्धालुओं को आमंत्रण देने के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी पलटी मार दी है. दूर-दराज से आए श्रद्धालु अब खासे परेशान हो रहे हैं.


16 फरवरी से शुरु हुई सात दिवसीय कथा के पहले ही दिन अव्यवस्था देख पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास पीठ से कहा कि लड़की वालों को 100 बरातियों के आने अनुमान था, क्या मालूम था कि 500 बाराती आ जाएंगे. कुबेश्वर धाम में कथा के पहले ही दिन महराष्ट्र निवासी एक महिला की मौत हो गई है. महिला की मौत के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा कथा में व्यास पीठ से मौत पर प्रवचन देते नजर आए. 


पंडित मिश्रा का मौत पर प्रवचन
उन्होंने कहा कि मौत आनी होगी तो आएगी ही. काशी में एक घर ऐसा है, जहां लोग मरने जाते हैं. घर किराए पर मिलता है. अंतिम अवस्था में भजन कीर्तन करो. एक महीने में मर गए तो ठीक, नहीं तो वापस घर भेजते हैं. वहां लोग क्यों मरने के लिए जाते हैं, जब भगवान शंकर का कोई भक्त मरता है, उनका गुणगान करने वाला मरता है, इस पर संसार के लोग भले ही रोते हों पर देवता उस पर पुष्प बरसाते हैं.


मरना सबको है, फिर चाहे सीहोर का महाराज भी क्यों न हो. मौत आनी होगी तो आएगी. कथा के पहले दिन कथा स्थल पर पैदा हुई अव्यवस्था के बीच पंडित मिश्रा ने प्रवचन देते हुए कहा कि 50 बाराती बोले हैं तो 100-125 ही आएंगे, लेकिन 500 बाराती आ गए. अब क्या करें. 


15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे
बता दें सीहोर के नजदीक कुबेश्वर धाम पर 16 फरवरी से शुरु हुए रुद्राक्ष वितरण और शिवमहापुराण कथा में 15 लाख से अधिक लोग पहुंच गए हैं. 22 फरवरी तक जारी रहनेवाले आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी तादात पहुंचने की वजह से अफरा तफरी का माहौल बन गया है. श्रद्धालु खानी-पीने को तरस रहे हैं. मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से बिछुड़े हुए लोगों का आपस में संपर्क नहीं हो रहा है. 


MP News: रुद्राक्ष वितरण महोत्सव और शिवमहापुराण कथा में फैली अव्यवस्था, श्रद्धालु नहाने के लिए दे रहे इतने रुपये