Seoni News: मध्य प्रदेश के सिवनी (Seoni) जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया था. यहां पर राजस्व विभाग केवलारी में आरबीसी 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदाओं (Natural Calamity) के शिकार हुए लोगों और मृतकों के परिजनों को दी जाने वाली राहत राशि में घपला किया गया. जांच में 279 जिंदा लोगों को मुर्दा बता कर 11 करोड़ 16 लाख रुपये के घोटाले को अंजाम दिया गया है. केवलारी में राजस्व विभाग में बड़े गबन का मामला काफी समय बाद जाकर अब सामने आया है. 


आपको बता दें कि घोटाले का पर्दा फाश होने के बाद सिवनी के केवलारी तहसीलदार हरीश लालवानी ने विवेचना शुरू करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, विधायक राकेश पाल ने भी पुलिस और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है. केवलारी तहसीलदार के निर्देश पर पुलिस थाना केवलारी में सहायक ग्रेड -3 कर्मचारी सचिन दहायत के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी गई है. फिलहाल, आरोपी फरार बताया जा रहा है. 


यह भी पढ़ें: दिल्ली के प्रदूषण और केजरीवाल की खांसी के बीच नरोत्तम मिश्रा ने खोजा कनेक्शन, जानें क्या दी सलाह


पुलिस खंगाल रही सभी आरोपियों के खाते
मिली जानकारी के अनुसार, केवलारी तहसील कार्यालय में पदस्थ उक्त कर्मचारी द्वारा करीब 279 जिंदा लोगों को मुर्दा बता कर अनुचित लाभ दिलाया गया है. अब पुलिस इन सभी के बैंक खाते खंगालने में जुट गई है. फिलहाल, राजस्व और पुलिस अधिकारियों ने मामला विवेचना में होने का हवाला देते हुए कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया है. 


घोटाले में कई लोगों के शामिल होने की आशंका
इस पूरे मामले में क्षेत्रीय विधायक राकेश पाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह काम किसी एक व्यक्ति या कर्मचारी का नहीं है. इसमें बहुत से लोग शामिल हैं. इस मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में लाकर केस की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी. साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.