मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में एक बाघ मृत पाया गया है. अधिकारियों को संदेह है कि वर्चस्व की लड़ाई में अन्य बाघ ने उसे मारा है. पिछले एक पखवाड़े में मध्य प्रदेश में बाघों की यह पांचवी मौत है. पीटीआर के उप निदेशक रजनीश कुमार सिंह ने कहा कि रविवार को वन विभाग के गश्ती दल को कुराई रेंज में लगभग दो साल की उम्र के बाघ का शव मिला.


जांच के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि यह बाघ किसी अन्य वयस्क बाघ के साथ लड़ाई में मारा गया. सिंह ने कहा कि हमलावर बाघ ने मृत बाघ के शव का अधिकांश हिस्सा खा लिया और शव के पास खून के धब्बे पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि मृत बाघ के आगे के पैर और दांत बरकरार हैं जबकि उसकी पूंछ और पिछले पैरों के साथ नाखून भी वहीं पास में पाए गए.


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अधिकारी न कहा कि श्वान दल की सहायता से पूरी जांच की गई और मौके पर किसी संदिग्ध गतिविधि का कोई सबूत नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि नौ अप्रैल को गश्ती दल को इलाके में एक वयस्क बाघ की मौजूदगी दिखी थी और आशंका है कि उसी ने इस बाघ को मारा है.


अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा निर्देशों के तहत शव का निपटारा कर दिया गया है और विसरा को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है. सिवनी जिले में इस साल जनवरी से अब तक चार बाघों की मौत हो चुकी है. इनमें एक बाघ की मौत 29 मार्च को हुई. बालाघाट जिले के लालबर्रा इलाके में तीन अप्रैल को एक बाघ मृत पाया गया था. इसके अलावा, दो और तीन अप्रैल को नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में एक बाघ और एक बाघ शावक मृत पाया गया था.


अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के अनुसार मध्य प्रदेश में 526 बाघ हैं जो कि देश के किसी राज्य में सबसे अधिक हैं. मध्य प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई टाइगर रिजर्व हैं.


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