MP News: भिंड जिले के आधा दर्जन गांवों में है पीने के पानी की विकराल समस्या, पलायन कर रहे हैं लोग, सरकार बना रही है यह योजना
MP News: गोहद जनपद की ग्राम पंचायत खरौआ के साथ-साथ आधा दर्जन गांव पीने के पानी की भयंकर समस्या से जूझ रहे हैं. इसी के चलते खरौआ गांव की आधी आबादी पलायन कर चुकी है.
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MP News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले के गोहद के खरौआ, बरौआ, छरेंटा समेत आधा दर्जन गांव पीने के पानी की विकराल समस्या से जूझ रहे हैं. पानी संकट के चलते गांव वाले परेशान हैं. वही खरौआ गांव की आधी आबादी पलायन कर चुकी है. एक हजार की आबादी बाले खरौआ गांव में अब कम लोग बचे हैं. साथ ही गांव में रुकने वाले लोगों की यह मजबूरी है कि उन्हें घरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी के साथ गाय-भैंस का भी ख्याल रखना पड़ता है.
पीएचई विभाग के सर्वे के बाद भी कागजों में हैं समस्या
पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है. गांव में यदि कुछ जगह पानी उपलब्ध भी है तो वह खारा पानी है. जिसके चलते गांव वालों को शहर की ओर पलायन करने लिए मजबूर होना पड़ता है. पीएचई विभाग द्वारा कई बार सर्वे किया गया, लेकिन अधिकारियों द्वारा कागजी खानापूर्ति कर योजना का क्रियान्वयन नहीं किया गया. जिससे गांववालों की समस्या सालों से जस की तस बनी हुई है. बीते 50 सालों में कई सरकारें ओर जनप्रतिनिधि बदले लेकिन पानी संकट जस का तस बना हुआ है.
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पानी संकट के चलते गांव वालों को बच्चों की शादी विवाह के लिए भी बाजार की ओर रुख करना पड़ता है. प्रशासन की अनदेखी से गांव वाले परेशान होकर पलायन कर रहे हैं. जिससे गांव के लगभग 50 फीसदी लोग पलायन कर चुके हैं. आने वाले दिनों में ओर भी पलायन होगा. मई-जून के महीने में लोग पानी की बूंद बूंद के लिए तरस जाते हैं. खारा पानी भी लोगों को नसीब नहीं होता. किसी प्रतिनिधि ने भी समस्या हल करने का प्रयास नहीं किया. स्कूलों में आने वाले छात्रों के लिए शिक्षक भी गोहद से पानी लेकर जाते हैं.
आधा गांव कर चुका पलायन
पीएचई द्वारा कई वर्षों पहले नल एवं योजना का टैंक बनाया था जो कि जर्जर हो चुका है. उसके बाद आज तक शासन प्रशासन ने गांव वालों के लिए पानी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की. ग्रामीण विधायक, सांसद, सरपंच और अधिकारियों के यहां कई बार समस्या को लेकर निवेदन कर चुके हैं. लेकिन किसी के कानों तक जूं नहीं रेंगी है.अगर शासन-प्रशासन का यही हाल रहा और आगे आने वाले समय में पानी की व्यवस्था नहीं की गई तो समूचा गांव पलायन करने को मजबूर होगा.
पीएचई विभाग की एसएडीओ मेघा शर्मा ने बताया कि खरौआ गांव सहित अन्य जगह भी पानी की विकट समस्या बनी हुई है. इसके लिए प्रशासन जल जीवन मिशन के तहत कार्ययोजना बना रहा है. जिससे पर्याप्त पानी मिल सकेगा. इसके लिए पीएचई विभाग द्वारा इस्टीमेट और डीपीआर की कार्यवाही संचालित है. ग्रामीण सुदामा सिंह, राकेश सिंह का कहना है इस भीषण गर्मी के साथ जलसंकट से बहुत परेशान है पानी के चक्कर मैं हमें दूसरे गांव जाना पड़ रहा है.
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