MP News: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में पुलिस के एक सिपाही पर 40 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगा है. थाने में जब्त गाड़ियों को नीलामी में दिलवाने का झांसा देकर यह आरोपी ठगी करता था. इस मामले में एक बंटी और बबली की गैंग भी उसके साथ धोखाधड़ी में शामिल थी. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र में पति-पत्नी ने सोहागपुर थाने में पदस्थ एक पुलिस आरक्षक के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी की गैंग बनाई थी.


इन्होंने शहडोल जिले के थानों में खड़े जब्त वाहनों को नीलामी में दिलवाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 40 लाख 60 हजार रुपए की धोखाधड़ी की. मामला पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद ब्यौहारी पुलिस ने आरक्षक सहित दो अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. शहडोल एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि यह फाइनेंसियल फ्रॉड का मामला है.


40 लाख 60 हजार रुपए की ठगी की


शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के बुढ़वा निवासी भूपेंद्र सोनी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि स्थानीय निवासी रोहित सोनी ने अपनी पत्नी सुषमा सोनी के साथ मिलकर थानों में खड़े जब्त वाहनों को नीलामी में दिलवाने के नाम पर 40 लाख 60 हजार रुपए की ठगी की. उनके इस काम में सोहागपुर थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक विष्णु बागरी ने भी सहभागिता निभाई थी. शहडोल जिले के कोतवाली, सोहागपुर और ब्यौहारी थानों में खड़े जब्त वाहनों को नीलामी में दिलाये जाने के एवज में भूपेंद्र सोनी और उसके साथियों से आरोपी पति-पत्नी ने 24 लाख 30 हजार रुपये खाते में जमा कराए थे. इसके अलावा 16 लाख 30 हजार रुपये उन्होंने नगद लिए. आरोपी रोहित सोनी द्वारा उन्हें नीलामी के संबंध में बताया गया कि अलग-अलग दिन में उन्हें वाहन सुपुर्द किये जाएंगे. रोहित सोनी द्वारा नीलामी संबंधी फर्जी दस्तावेज भी तैयार किये गए थे.


इस मामले में आरक्षक विष्णु बागरी ने भूपेंद्र सोनी और उसके साथियों को थाने में खड़ी गाड़ियां यह कहकर दिखाई कि ये आपको नीलामी में दिलवा दी जाएगी. निश्चित समय पर वाहन न मिलने के बाद आवेदक द्वारा थानों में जाकर जानकारी प्राप्त की गई. उसे पता चला कि वाहन मौके पर तो मौजूद है, लेकिन किसी प्रकार की कोई नीलामी नहीं की जा रही है. यह जानकारी लगते ही भूपेन्द्र सोनी ने रोहित सोनी और उसके परिवार वालों से संपर्क कर पैसा वापस मांगा. पैसा वापस मांगने पर रोहित सोनी द्वारा उन्हें फांसी लगाकर आत्महत्या करने की धमकी दी गयी. रोहित की ओर से यह आश्वासन भी दिया गया था कि एक माह के भीतर पूरा पैसा वापस कर दिया जायेगा. लगभग 8 माह बीत जाने के बाद भी पैसा उन्हें वापस नहीं मिला.


सभी आरोपी गिरफ्तार


पुलिस के मुताबिक रोहित सोनी ने धोखाधड़ी करके भूपेंद्र सोनी से 7 लाख 55 रुपये, रवि कुमार सोनी और उनकी माता सरिता सोनी से 20 लाख 85 रुपये, राकेश सोनी से 3 लाख 50 रुपये, अश्वनी प्रसाद सोनी से 5 लाख 20 रुपये और गोरेलाल वैश्य से 3 लाख 50 रुपये लिये गए थे. आरोपी रोहित सोनी, सुषमा सोनी और निलंबित आरक्षक विष्णु बागरी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. शहडोल एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि कुछ दिन पहले एक शिकायत आई थी, जिसमें सरकारी गाड़ियों को नीलाम करके उसके एवज में 40 लाख 60 हजार रुपये आरोपी पति-पत्नी द्वारा लिए गए थे. इसमे एक आरोपी सोहागपुर थाने में पदस्थ एक आरक्षक भी था.


ये भी पढ़ें: MP Crime News: सोशल मीडिया पर महिलाओं को फंसा कर पैसे ऐंठने वाला धरा गया, इस बात का देता था झांसा