Shajapur Bribe: सहकारिता विभाग शाजापुर के सहायक रजिस्ट्रार 1 रुपये क्विंटल के हिसाब से सहकारी समितियां से कमीशन ले रहे थे. जब लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें 1,15,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया तब इस बात का खुलासा हुआ. रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद उपायुक्त हक्के-बक्के रह गए. उन्होंने अपनी सफाई में कई बातें भी कही, मगर खुद को बेगुनाह साबित नहीं कर पाए.


उज्जैन लोकायुक्त एसपी को शिकायत मिली थी कि शाजापुर में गेहूं खरीदी में कमीशन बाजी चल रही है इसी के चलते मामले की जांच हुई तो शिकायत सही पाई गई. लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक राजेश पाठक ने आरोपी को जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया. 


'सभी सहकारी संस्थाओं के प्रबंधकों से ले रहे थे रिश्वत'
लोकायुक्त पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हरिदास वैष्णव की ओर से शिकायत प्राप्त हुई थी. हरिदास मूल रूप से गुलाना शाजापुर के ही रहने वाले हैं. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने सहायक रजिस्ट्रार आरसी जडिया को 115000 की रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया. जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी गेहूं खरीदी के मामले में सभी सहकारी संस्थाओं के प्रबंधकों से रिश्वत ले रहे थे.


उपायुक्त कार्यालय में किया गया रंगे हाथ गिरफ्तार
लोकायुक्त पुलिस ने उपायुक्त कार्यालय को ऑपरेटिव सोसाइटी शाजापुर में जाल बिछाकर आरोपी को पकड़ लिया. फरियादी के मुताबिक आरोपी अधिकारी द्वारा पांच समिति प्रबंधकों से 115000 की रिश्वत मांगी गई थी, जिसमे दासता खेड़ी से 50000, गोदना समिति से 16000, केवड़ा खेड़ी समिति से 21000, मंगलाज समिति से 9000,  नोलाय समिति से 19000 मांगे गए थे. इस प्रकार आरोपी अधिकारी 1,15,000 रिश्वत की लेते हुए ट्रेप किए गए हैं.


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