MP News: शाजापुर जिले के ग्राम हन्नु खेड़ी में ग्राम पंचायत का सचिव लोकायुक्त पुलिस के छापे में करोड़पति निकला. कृषि भूमि, मकान, दुकान के अलावा पंचायत सचिव का एक पेट्रोल पंप भी था. लोकायुक्त पुलिस में सूचना के आधार पर छापामार कार्रवाई कर आय से अधिक संपत्ति का मामला बनाया है.
उज्जैन लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि शाजापुर जिले की ग्राम पंचायत हन्नु खेड़ी में पदस्थ पंचायत सचिव मुरली शर्मा के बारे में शिकायत मिली थी कि उनके पास आए से अधिक संपत्ति है. इस मामले में लोकायुक्त पुलिस ने जांच की तो शिकायत सही पाई गई. इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की तीन टीम ने गुरुवार (26 दिसंबर) की सुबह मुरली शर्मा के तीन ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की. इस कार्रवाई में करोड़ों रुपए की अचल संपत्ति का पता चला है.
इसके अलावा यह भी जानकारी मिली है कि सोने-चांदी के जेवर और नगदी सहित बैंक में भी काफी निवेश किया गया है. इस बारे में बैंक से जानकारी ली जा रही है. लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक 20 साल से मुरली शर्मा सरकारी सेवा में थे, लेकिन उनकी आय से उनके पास काफी अधिक अचल संपत्ति थी.
इन तीन ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने बताया की मुरली शर्मा मूल रूप से कालापीपल के पास मुशायलिया गांव के रहने वाले हैं. उनके मुख्यालय गांव के अलावा कालापीपल और आष्टा में भी कार्रवाई की गई है. कालापीपल में जो पंचायत सचिव का मकान था उसे उसने भेज दिया था.
छापे की कार्रवाई में मिली यह संपत्ति
लोकायुक्त पुलिस के छापे में काफी अचल संपत्ति का पता चला है जिसमें दो मकान, कृषि भूमि, पेट्रोल पंप, दुकान आदि अचल संपत्ति शामिल है. लोकायुक्त एसपी के मुताबिक आय से 50% अधिक संपत्ति के प्रमाण अभी तक मिल चुके हैं और अभी भी जांच जारी है.
इसके अलावा यह भी जानकारी मिली है कि सोने-चांदी के जेवर और नगदी सहित बैंक में भी काफी निवेश किया गया है. इस बारे में बैंक से जानकारी ली जा रही है. लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक 20 साल से मुरली शर्मा सरकारी सेवा में थे, लेकिन उनकी आय से उनके पास काफी अधिक अचल संपत्ति थी.
इन तीन ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने बताया की मुरली शर्मा मूल रूप से कालापीपल के पास मुशायलिया गांव के रहने वाले हैं. उनके मुख्यालय गांव के अलावा कालापीपल और आष्टा में भी कार्रवाई की गई है. कालापीपल में जो पंचायत सचिव का मकान था उसे उसने भेज दिया था.
छापे की कार्रवाई में मिली यह संपत्ति
लोकायुक्त पुलिस के छापे में काफी अचल संपत्ति का पता चला है जिसमें दो मकान, कृषि भूमि, पेट्रोल पंप, दुकान आदि अचल संपत्ति शामिल है. लोकायुक्त एसपी के मुताबिक आय से 50% अधिक संपत्ति के प्रमाण अभी तक मिल चुके हैं और अभी भी जांच जारी है.