नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, जानें भोपाल के काली मंदिर का इतिहास और महत्व
Shardiya Navratri: भोपाल के काली मंदिर की आस्था श्रद्धालुओं में असीम है. शारदीय नवरात्रि में मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है. पर्व के पहले दिन भी काफी भीड़ है.
Shardiya Navratri 2024: आज 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गयी है. नवरात्रि के पहले दिन से मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है. मंदिरों में 'जय माता दी' के जयकारे गूंजने लगे हैं. भोपाल के तलैया स्थित काली मंदिर में भी सुबह से माहौल भक्तिमय है. श्रद्धालु कतार में लगकर मां काली की पूजा कर रहे हैं. बता दें कि छोटे तालाब किनारे स्थित मंदिर में माता की छोटी मढ़िया थी. अब मढ़िया ने भव्य मंदिर का रूप ले लिया है.
मंदिर में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु माता के दर्शनों करने पहुंचते हैं. नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो जाता है. नौ दिनों तक सुबह से लेकर रात तक माता के भक्त पूजा पाठ करते नजर आते हैं. भोपाल के अलावा विदिशा, सीहोर, रायसेन से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता का दर्शन करने पहुंचते हैं.
काली मंदिर का इतिहास 57 साल पुराना बताया जाता है. साल 1967 में स्वर्गीय शिवनारायण सिंह बगवार ने मंदिर की स्थापना की थी. उस समय मंदिर छोटी सी मढिया था. धीरे- धीरे श्रद्धालुओं की आस्था मंदिर के प्रति बढ़ती गयी. आस्था की वजह से मंदिर का विस्तार होता चला गया. अब मंदिर भव्य स्वरूप ले चुका है. 108 फीट ऊंचा शिखर मंदिर में स्थापित किया गया है.
हलवा पूरी का विशेष प्रसाद
मंदिर आने वाले श्रद्धालु माता रानी को हलवा पूरी का भोग लगाते हैं. शारदीय नवरात्रि में सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोल दिये जाते हैं. मंदिर का द्वार खुलने के बाद सबसे श्रंगार होता है. 6 बजे से भक्तों के लिए मंदिर का गर्भगृह खोल दिया जाता है. गर्भगृह के पीछे धागा बांधकर श्रद्धालु मन्नत मांगते हैं. मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु धागा खोलने के लिए एक बार फिर मंदिर का रुख करते हैं.
अंतिम दिन होता है भंडारा
नवरात्रि की अष्टमी को रात 12 बजे आरती का आयोजन किया जाता है. अगले दिन नवमी पर विशाल भंडारा होता है. भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. खास बात है कि मंदिर छोटे तालाब के किनारे पर स्थित है. आसपास लगे आकर्षक फव्वारे शाम ढलते ही इलाके की सुंदरता को ओर अधिक बढ़ा देते हैं.
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