Indore News: मंगलवार (4 अप्रैल) को कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) संविधान का संरक्षण और संविधान का उत्थान परिसंवाद और संगोष्ठी के आयोजन में शामिल होने इंदौर पहुंचे. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर जमकर निशाना साधा. दरअसल, इंदौर के रविंद्र नाट्य ग्रह में संविधान का संरक्षण और उत्थान परिसंवाद विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें शामिल होने के लिए कांग्रेस के सांसद शशि थरूर इंदौर आए. 


इस आयोजन में संविधान कैसे खतरे में हैं, इस पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसे सुनने के लिए शहर के प्रबुद्ध जन एवं लॉ कॉलेज के स्टूडेंट इस आयोजन में शामिल हुए. वहीं संविधान पर बात करते हुए सांसद शशि थरूर ने मौजूदा हालात पर हो रही राजनीति पर कहा कि कोई हिंदू खतरे में नहीं है. लेकिन अगर हिंदू बीजेपी में नहीं है, तो वह खतरे में है. इस समय देश को हिंदू राष्ट्र बताकर देशवासियों को गुमराह किया जा रहा है, जबकि हमारा संविधान कहता है कि सभी को अपने-अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है और संविधान सभी को अपने-अपने हुकूक देता है. 


पीएम मोदी पर साधा निशाना


वहीं इस पूरे आयोजन के दौरान सांसद शशि थरूर ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अयोध्या में सभी को पूजा करने जाना चाहिए, लेकिन देश का प्रधानमंत्री वहां जाता है और खुद ही पुजारी बन जाता है. देश की संसद के नए भवन का पूजा भी खुद ही प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का पद संवैधानिक है, जिस पर किसी भी धर्म का व्यक्ति बैठ सकता है. इसी तरह देश के राष्ट्रपति भी हर धर्म के हो सकते हैं. राष्ट्रपति पद पर सभी धर्म के लोग हुए भी हैं. उन्होंने कहा कि संविधान में परिवर्तन कर सरकार देश की विविधता अनेकता में एकता को समाप्त करना चाहती है. 


क्या कहा पीसीसी कमलनाथ ने?


इस आयोजन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी अपने विचार रखे और बताया कि वह कैसे सातवीं लोकसभा में पहली बार युवा सांसद बनकर संसद पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि कैसे उस समय भी विपक्ष को बोलने की पूरी आजादी थी, लेकिन अब विपक्ष की आवाज को दबा दिया गया है. वहीं मीडिया से बता करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने इंदौर में राहुल गांधी की 2 साल की सजा पर एक बड़ा आरोप लगाया. पीसीसी कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी को किस तरह से यह सजा कराई गई है, वह साफ जाहिर होता है. उन्होंने कहा कि संसद का सत्र शुरू होते ही एक प्रमोटी जज को पहले गुजरात उस कोर्ट भेजा गया, फिर उनका प्रमोशन करा दिया गया अब आप ही बताइए कि यह क्या है.


ये भी पढ़ें: MP News: सीएम शिवराज ने ऐसा क्यों कहा 'नसरुल्ला' गया और 'भेरूंदा' आया, 100 साल पुरानी दिलचस्प कहानी