MP Election 2023: मध्य प्रदेश की सियासत में अब महाराज यानी केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की ही चलेगी. कुछ ऐसा ही वाक्या एक दिन पहले शिवपुरी (Shivpuri) में देखने को मिला, जब भाषण देने के लिए मंच पर आए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा (Vishnudutt Sharma) को सिंधिया ने रोक दिया. इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा वापस जाकर अपनी कुर्सी पर जा बैठे. यह देख समारोह स्थल पर सन्नाटा छा गया.
शुक्रवार को शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में बाघों की शिफ्टिंग की गई थी. 27 साल बाद शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क (Madhav National Park) में फिर बाघों (Leoparda) की गूंज सुनाई दी. बाघों की शिफ्टिंग को लेकर समारोह आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan), केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhra Raje), वन मंत्री विजय शाह (Vijay Shah), सांसद केपी यादव (KP Yadav), प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया (Manendra Singh Sisodia) आदि शामिल हुए. बाघों की शिफ्टिंग प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की.
जब मंच पर छाया सन्नाटा!
बाघों की शिफ्टिंग के लिए पोलोग्राउंड पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस दौरान जनसभा को अतिथिगण संबोधित कर रहे थे. राज्य की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के स्वागत भाषण के बाद मंच संचालक ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा का नाम पुकारा. अपना नाम सुनते ही प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अपनी कुर्सी से उठकर डायस पर पहुंच गए और अपना भाषण शुरू किया. लेकिन शुरुआत में ही केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके पास पहुंचे और कुछ कहा, जिसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा वापस अपनी कुर्सी पर जा बैठे और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद डायस के माध्यम से भाषण देने लगे. यह देख कार्यक्रम स्थल पर सन्नाटा छा गया.
प्रदेश अध्यक्ष को रोकने की वजह बताई प्रोटोकॉल
बता दें कि अपना भाषण देने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास जाकर बैठे और उनसे चर्चा करने लगे. इधर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को भाषण देने से रोकने के पीछे की वजह प्रोटोकॉल बताई जा रही है. प्रोटोकॉल के अनुसार वरिष्ठता क्रम में प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और अंत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आमंत्रित किया जाना था, लेकिन मंच संचालक से गलती हो गई और अब यह मामला चर्चा में आ गया है.
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