Shivraj Singh Chouhan News: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार इन दिनों कर्ज में डूब गई है. बैंक से कर्ज लेकर सरकार जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह से हथकंडे अपनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. सिंगरौली जिले के सरई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पांच बड़ी घोषणाएं की.
सीएम ने लाडली बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने का संदेश देते हुए कहा कि लूटने वाला जाएगा, कमाने वाला खाएगा. नया जमाना आएगा.
इस दौरान उन्होंने चरण पादुका योजना के तहत तेंदूपत्ता संग्राहक में सामग्री वितरित की. संवाद के दौरान उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस योजना को बंद कर दिया था, अब मामा इसे दोबारा चालू कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने योजना की राशि धीरे-धीरे बढ़ाकर ₹3000 तक करने का बाकायदा वचन दिया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किसानों की ऋण माफी, जल जीवन मिशन सहित अन्य योजनाओं का लाभ नियमित रूप से दिए जाने का वादा किया. लाडली बहना योजना को महिलाओं का सम्मान बताया. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने योजना की राशि धीरे-धीरे बढ़ाकर ₹3000 तक करने का बाकायदा वचन दिया.
सीएम ने जंगल में रहने वालों को जंगल का अधिकार देने की बात कहीं. इस मौके पर सीएम शिवराजसिंह चौहान ने रिहंद माइक्रो सिंचाई परियोजना का शिलान्यास व पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के नए भवन का लोकार्पण किया. स्थानीय घोषणाओं में सरई व बरगवां तहसील को मिलाकर उपखंड बनाने, सरई में बायपास बनाने, माड़ा, खुटार, रजमिलान में सीएम राइज स्कूल खोलने जैसी घोषणा की.
मंच से शिवराज ने की पांच बड़ी घोषणाएं
- बहना सेना के गठन और उनके जरिए योजनाओं के लाभ से वंचित महिलाओं की मदद
- जंगल के रहवासियों को जंगल का अधिकार देने वादा
- बिटिया और बहनों पर बुरी नजर डालने वालों को फांसी पर लटकाने और उनके घर पर बुलडोजर चलाने की चेतावनी
- महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर दारू के अहातों को बंद करने की घोषणा को दोहराया.
- बैगा जाति को अति पिछड़ी जाति में शामिल करने की घोषणा की.
मध्य प्रदेश सरकार इस साल के 6 महीनों में अब तक अलग-अलग तारीखों पर 11 बार कर्ज ले चुकी है. जनवरी, फरवरी, मार्च, मई और जून में सरकार ने RBI से लोन लिया है. हालांकि, 2023-24 का वित्तीय वर्ष शुरू होने के बाद सरकार का यह दूसरा कर्जा है. फिलहाल प्रदेश सरकार पर वर्ष 2023-24 के बजट से सवा तीन लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है.