Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा में चूक को 'खूनी साजिश' बताते हुए कहा कि साजिश के तार सीधे कांग्रेस के आलाकमान से जुड़ते दिख रहे हैं.


"कांग्रेस का रवैया बड़ा ही गैर जिम्मेदाराना रहा"-शिवराज सिंह चौहान 


मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि पांच जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक की जो घटना हुई, उसे पूरे देश ने देखा, इस पूरे मसले पर कांग्रेस का रवैया बड़ा ही गैर जिम्मेदाराना रहा. सुरक्षा में चूक कोई संयोग नहीं, बल्कि एक खूनी साजिश थी. मुख्यमंत्री चौहान ने एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन का हवाला देते हुए कहा कि इस बात का खुलासा हो गया है कि यह कोई संयोग नहीं था, बल्कि सोची-समझी साजिश थी. यह अचानक नहीं हुआ, बल्कि प्रायोजित था.


सोनिया गांधी जवाब दें कि घटना के बाद सीएम फोन क्यों नहीं उठा रहे थे?


उन्होंने कांग्रेस हाईकमान पर आरोप लगाते हुए कहा, "सोनिया गांधी मेरे सवालों का जबाव दें, देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होता रहा और पंजाब पुलिस मूकदर्शक बनकर क्यों खड़ी रही? प्रधानमंत्री के काफिले वाली सड़क पर प्रदर्शनकारी अपनी मनमानी कैसे करते रहे? यह भी साबित हो गया कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई न करने के निर्देश कांग्रेस की चन्नी सरकार द्वारा दिए गए थे, आखिर क्यों? सोनिया गांधी जवाब दें कि घटना के बाद सीएम फोन क्यों नहीं उठा रहे थे? पुलिस की मौजूदगी के बावजूद प्रदर्शनकारी इतने कम समय में कैसे इकट्ठा हो गए, कैसे जाम कर दिया?


पीएम के साथ सीएम, डीजीपी और सीएस क्यों नहीं थे?


मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा, "मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि पीएम के साथ सीएम, डीजीपी और सीएस क्यों नहीं थे? इससे साजिश के तार सीधे कांग्रेस आलाकमान से जुड़ते दिख रहे हैं." उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के इशारे पर पंजाब की चन्नी सरकार ने जो घृणित कार्य किया है, कांग्रेस पीएम के प्रोटोकॉल के साथ भद्दा मजाक किया है. नरेंद्र मोदी से नफरत ने कांग्रेस की आत्मा को तक मार दिया है, कांग्रेस ने जो खूनी खेल खेलने के लिए साजिश रची थी, उसका लगातार पदार्फाश हो रहा है. देश में कांग्रेस का ग्राफ ही नहीं गिर रहा है, बल्कि चरित्र भी गिरता जा रहा है.


मामले को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है


मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पीएम की सुरक्षा में चूक जैसे अतिसंवेदनशील मामले पर कांग्रेस के नेताओं द्वारा हास्यास्पद तरीके से बताकर हल्का करने की कोशिश की जा रही है, मामले को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है, सिद्धू इसे ड्रामा बोलते हैं, हरीश रावत कहते हैं- बम तो नहीं फूटा, भूपेश बघेल कहते है नौटंकी है, और मप्र कांग्रेस ट्वीट करती है कि पंजाब ने दिल जीत लिया.


लोकतंत्र और संविधान से बड़ा सिर्फ गांधी परिवार है


उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर ये बयान क्या इशारा करते हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि साजिश के पीछे का कांग्रेस का उद्देश्य क्या था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फिर साबित कर दिया है कि राष्ट्र और राष्ट्र के प्रधानमंत्री, लोकतंत्र और संविधान से बड़ा सिर्फ गांधी परिवार है और गांधी परिवार की सुरक्षा ही उनके लिए प्रथम कर्तव्य है, इसलिए जब देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा मे चूक होती है तो वह इसका मजाक बनाते हैं और गांधी परिवार को एक छींक भी आ जाए तो आसमान सिर पर उठा लेते हैं, कांग्रेस भले ही अब सत्ता पाने उन्माद औ? हिंसा का सहारा ले रही है, लेकिन वो भूल गए हैं कि यह देश हिंसा कभी बर्दाश्त नहीं करता है, और हिंसक सोच रखने वालों को करारा जवाब देता है। कांग्रेस के चेहरे का नाकाब जनता के सामने उतर गया है.


इन सवालों का जवाब सोनिया गांधी को देना पड़ेगा


मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को यह जवाब देना पड़ेगा कि नरेंद्र मोदी से घृणा करते कांग्रेस देश से, प्रधानमंत्री के पद से, संविधान से, सेना और सुरक्षा से और राष्ट्रहित के साथ घृणा करने लगी है. उन्होंने कहा कि इससे पहले पुलवामा पर सियासत की, पाकिस्तान को क्लीन चिट दी, सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए गए, बालाकोट पर सबूत मांगे और बार-बार पाकिस्तान और चीन के प्रोपेगेंडा से सुर मिलाए, केवल एक व्यक्ति से नफरत करते-करते क्या यह कांग्रेस की आदत बन चुकी है? ये ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब सोनिया गांधी को देना पड़ेगा, राहुल गांधी को देना पड़ेगा, कांग्रेस को देना पड़ेगा.


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