Jabalpur News: ओलावृष्टि और बेमौसम बरसात से मध्य प्रदेश के किसानों की फसलों के नुकसान का जायजा लेने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज खुद फील्ड पर उतर गए. उन्होंने सागर जिले में प्रभावित गांवों का दौरा करते हुए खराब हुई फसलों का जायजा लिया और किसानों के हित में घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि 50 फीसदी से अधिक नुकसान होने पर प्रति हेक्टेयर 32 हजार रुपये की राहत राशि किसानों को दी जाएगी.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान खेत में सिर्फ पानी नहीं अपने खून-पसीने की बूंदे भी टपकाते हैं, तब जाकर घर में अन्न के दाने आते हैं. लेकिन फसल आने से पहले अगर प्राकृतिक आपदा आ जाए तो किसान बुरी तरह टूट जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया है कि 50 फीसदी से अधिक नुकसान होने पर प्रति हेक्टेयर 32 हजार रुपये की राहत राशि दी जाएगी. सिर्फ फसल ही नहीं अन्य नुकसान की भी पूर्ति की जाएगी.


किस नुकसान का कितना मुआवजा?
सीएम चौहान ने घोषणा की कि गाय-भैंस की मृत्यु होने पर 37 हजार रुपये, भेड़-बकरी की हानि होने पर 4 हजार रुपये, बछड़ा-बछिया की मौत पर 20 हजार रुपये और मुर्गा-मुर्गी की हानि होने पर 100-100 रुपये दिए जाएंगे. इसके साथ ही मकानों के नुकसान की भी भरपाई की जाएगी.


'तत्काल शुरू हुई कार्रवाई'
सागर में दौरा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि फसल बीमा योजना की कार्रवाई भी तत्काल प्रारंभ कर दी गई है. राहत राशि और फसल बीमा योजना दोनों को मिलाकर किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी. जिन किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान होगा, उनकी कर्ज वसूली स्थगित कर दी जाएगी और ब्याज सरकार भरवाएगी.


'ईमानदारी से होगा सर्वे'
पहले ही फसल सर्वे के आदेश दे दिए गए हैं. हर किसान के खेत का ईमानदारी से सर्वे होगा. गेहूं, चना, मसूर, सरसों और हॉर्टिकल्चर सहित सभी फसलों का सर्वे होगा. चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को राहत देने के लिए उदारतापूर्वक सर्वे हो और कोई कोताही न बरती जाए.


ये भी पढ़ें


MP News: ओलावृष्टि और बारिश से जबलपुर में खड़ी फसल हुई बर्बाद, किसान कर रहे हैं नुकसान के सर्वे का इंतजार