Bhopal News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी साल में मतदाताओं को रिझाने के लिए लगाता घोषणाएं कर रहे हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में सरकारी आवास योजनाओं से छूट गए गरीब लोगों के लिए मंगलवार (15 अगस्त) को 'मुख्यमंत्री जन आवास योजना' की घोषणा की.


सीएम शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'हमने संकल्प लिया है कि राज्य में कोई भी गरीब बिना छत के न रहे. हमने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 44 लाख घर बनाए हैं. इसके अलावा आवास प्लस के तहत 22 लाख घर और बनाए जाने हैं.'


निशुल्क आवास के लिये शुरू की गई ये योजना


राज्य में सभी लोगों को घर उपलब्ध कराने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि कई गरीब लोग मेरे पास आते हैं, वह कहते हैं कि उनके पास कच्चे मकान हैं और आवास प्लस में उनका नाम नहीं है. आवास प्लस में बचे लोगों को निशुल्क आवास उपलब्ध कराने हेतु हमने मुख्यमंत्री जन आवास योजना शुरू करने का निर्णय लिया है.


'डकैतों के आतंक को 6 महीने में किया खत्म'


सीएम शिवराज ने कहा कि एक समय था जब मध्य प्रदेश बीमारू (श्रेणी) राज्य था. सड़क, पानी, बिजली जैसी सुविधाओं का अभाव था. उन्होंने कहा कि उस समय और अब की स्थिति में बहुत अंतर है. मुख्यमंत्री ने कहा, '2003 में उत्तरी मध्य प्रदेश में डकैतों का आतंक था, सरकार ने उन्हें खत्म करने का फैसला किया और छह महीने के भीतर ऐसा किया.'


इतना ही नहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि, 'इससे पहले, नक्सलियों ने (कांग्रेस सरकार के तहत) एक मंत्री का गला काट दिया था, लेकिन हमने राज्य में सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) नेटवर्क को ध्वस्त करने के अलावा उन्हें खत्म कर दिया है.'


एमपी में प्रति व्यक्ति आय 1.40 लाख पहुंची- CM शिवराज


राज्य में बीजेपी के शासन की तुलना पिछले कांग्रेस शासन से करते हुए, शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि प्रति व्यक्ति आय अब 1.40 लाख रुपये तक पहुंच गई है, जो पहले (2003 में) 12,000 रुपये थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है.


ये भी पढ़ें: Independence Day: स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बेहोश होकर गिरे स्वास्थ्य मंत्री, अधिकारियों में हड़कंप, जानें डॉक्टरों ने क्या कहा