MP Minister Kamal Patel Targets Kamal Nath: फसल के मुआवजे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के दो कमल आमने-सामने हो गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) पर निशाना साधा है जबकि कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) ने कमलनाथ के आरोप का पलटवार किया है. चुनावी साल में राजनीतिक बयानों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेजी से चल रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से किसानों की फसल खराब होने को लेकर मुआवजे की मांग को दोहराया है. उन्होंने कहा है कि एक पखवाड़े से अधिक वक्त हो गया है मगर अभी तक किसानों के मुआवजे का अता-पता नहीं चल रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता के पैसे से पार्टी के इवेंट कर रहे हैं जबकि उन्हें मुआवजे को प्राथमिकता देनी चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश भर के किसानों को अति शीघ्र मुआवजा दिए जाने की अपील भी की. चुनावी साल में बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाने के लिए कोई भी मुद्दा नहीं छोड़ रहे हैं. अब किसानों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हो गई है.
कमलनाथ नोटंकी बंद करे- कमल पटेल
शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कमलनाथ के आरोपों पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि जब 2018-19 में कमलनाथ की सरकार थी, उस समय किसानों के फसल बीमा का प्रीमियम नहीं भरा गया. इसके अलावा किसानों को कर्ज माफी के नाम पर धोखा दिया गया. इससे प्रदेश भर के लाखों किसान डिफाल्टर हो गए. शिवराज सरकार ने किसानों का ब्याज भरा. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को किसानों की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. मध्य प्रदेश में तेज गति से सर्वे चल रहा है. सर्वे का काम पूरा होने के बाद मुआवजा भी दिया जाएगा.
एक-एक किसान को मिलेगी मुआवजा राशि- कमल पटेल
कृषि मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में 3000 करोड़ मुआवजा बांटा जा चुका है जबकि किसानों को नई प्रक्रिया के जरिए मुआवजा राशि दी जाएगी. इसके तहत यदि गांव में एक किसान के खेत में भी नुकसान हुआ तो उसे भी मुआवजा राशि मिलेगी. कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि मध्य प्रदेश की बीजेपी की सरकार अभी तक किसानों को 17,000 करोड़ रुपए मुआवजा राशि बांट चुकी है. इस साल 3000 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं और अभी सर्वे का काम भी चल रहा है.
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