Sehore News: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में भी पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का लाभ 110 गांव के किसानों को मिलने वाला है. इस परियोजना को लेकर किसानों का मानना है कि कृषि में सिंचाई के लिए उन्हें काफी मदद मिलेगी.
मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार के त्रिस्तरी अनुबंध के बाद पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी जोड़ने की राह पूरी तरह आसान हो गई है. इस परियोजना पर केंद्र सरकार भी राशि खर्च कर रही है. जयपुर में आयोजित कार्यक्रम के बाद देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में भी किसानों ने खुशी जाहिर की है. जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी, एमपी के सीएम मोहन यादव और राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा शामिल हुए.
सीहोर जिले को भी मिलने वाला है लाभ
किसान परमानंद ने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में पार्वती-काली सिंध और चंबल लिंक परियोजना के त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर होने से नदी जोड़ो अभियान का लाभ सीहोर जिले को भी मिलने वाला है. पश्चिमी मध्य प्रदेश के किसान इससे काफी लाभांवित होंगे.
किसान ठाकुर प्रसाद ने कहा कि सीहोर जिले में इस नदी जोड़ो परियोजना के पूरी होने पर पेयजल के साथ-साथ सिंचाई की समस्या भी समाप्त होगी. सरकार की इस परियोजना का लाभ सीहोर जिले के 110 गांव को मिलेगा. इसके जरिए 1,18,750 एकड़ जमीन सिंचित होगी.
"राम" जल सेतु कलश यात्रा का आयोजन
सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना को लेकर सीहोर जिले के गांव में "राम" जल सेतु कलश यात्रा का आयोजन भी किया जा रहा है. यह आयोजन 25 दिसंबर तक लगातार चलेंगे. उन्होंने कहा कि किसान काफी उत्साहित हैं और इस परियोजना का लाभ सीहोर जिले के किसानों की तरक्की में मुख्य हिस्सेदारी निभाएगा.