Ramdaha Waterfall Death: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिंगरौली (Singrauli) जिले में दिल को झकझोर कर देनी वाली घटना सामने आई है. तीन परिवारों के 14 लोग पिकनिक मनाने छत्तीसगढ़ के रमदहा वाटरफॉल (Ramdaha waterfall) गए थे जिनमे से 6 लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई. इस घटना से तीन परिवार की जिंदगी तबाह हो गई. एक बहन ने अपने दोनों भाई और पति को खोया तो एक पिता ने अपने तीनों संतान को खो दिया. इस दर्दनाक घटना से इलाके में शोक की लहर है.
कैसे हुआ हादसा: हादसा का चश्मदीद गवाह
रविवार करीब 12 बजे स्थान-रमदहा जलप्रपात, ये वो स्थान है जिसने तीन परिवार की जिंदगी को तबाह कर दिया. उनके जिंदगी में सब कुछ उजाड़ कर रख दिया. एक माता-पिता ने अपने तीनों संतान को खो दिया तो बहन ने अपने भाइयों को खोया. इस ह्रदयविरारक घटना का चश्मदीदों ने जानकारी साझा की. 16 वर्षीय दिवेश प्रताप सिंह निवासी घरौली खुर्द ने बताया कि रविवार को पिकनिक मनाने के उद्देश्य से सिंगरौली सभी परिवार और रिश्तेदार कुल 14 लोग दो गाड़ियों से रवाना हुए. घर से माड़ा जाने का प्लान था, लेकिन रास्ते में प्लान बदल गया और सभी लोग छत्तीसगढ़ के रमदहा जलप्रपात देखने के लिए चल दिये.
पुलिस को नहीं कर पाए सूचित
करीब 12 बजे वहां सभी लोग पहुंच गये. पहले 2 बहनों ने झरने में सेल्फी लेने और नहाने के लिए उतरीं. कुछ देर बाद अचानक उनका पैर फिसल गया और गहरे पानी मे डूबने लगी. उसे बचाने के लिये 7 लोग नीचे उतर गए. किसी तरह उन्हें निकाल लिया गया लेकिन जो बचाने गए थे वो एक दूसरे को बचाने के चक्कर मे डूबने लगे. एक के बाद एक डूबते गये. वहां मोबाइल का नेटवर्क भी नहीं था कि किसी को इसकी जानकारी दी जा सके. कुछ दूर जाकर किसी तरह पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. घंटों बाद पुलिस टीम और एनडीआरएफ की टीम पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
रविवार को देर रात तक गहरे पानी में रेस्क्यू किया गया जिसमें तीन लोगों का शव बरामद किया गया और तीन शव आज सुबह बरामद हुए. घटना के बाद परिजनों में मातम का माहौल है. घरौली निवासी योगेंद्र सिंह के परिवार में खुशियां मातम में बदल गई. इस हादसे में योगेंद्र सिंह ने अपने दो बेटे और दामाद और 3 भांजे-भांजी को हमेशा के लिये खो दिया.
इंदौर से एमबीए की पढ़ाई पूरी कर योगेंद्र सिंह के बड़े बेटे रत्नेश सिंह दो दिन बाद कंपनी में जॉइन करने वाला था. उसे मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब का ऑफर मिल चुका था. दो दिन बाद वह जॉइन करता लेकिन खुदा को कुछ और ही मंजूर था. पिकनिक मनाने गया और हादसे में जिंदगी को अलविदा कह गया. वहीं योगेंद्र सिंह के छोटे बेटे अभय सिंह सतना से माइनिंग की पढ़ाई पूरी कर एमटेक के लिए भोपाल में दाखिला लेने वाला था लेकिन हादसे में वह भी जिंदगी को अलविदा कह गया. अब उसके पिता-माता के पास सिर्फ उनकी बेटी सुलेखा है जो अपने दोनों भाइयों और पति को इस हादसे में खो चुकीं हैं.
सुलेखा सिंह की 6 माह पहले हुई थी शादी
सुलेखा की 6 माह पहले ऋषभ सिंह निवासी माजन के साथ शादी हुई थी. ऋषभ अपने पिता की सीमेंट सरिया की दुकान संचालित करते थे. इस दर्दनाक हादसे में सुलेखा ने अपने पति को हमेशा के लिए खो दिया. सुलेखा की मांग सुनी हो गई. रोती बिलखती हुई सुलेखा आंसुओं से अपनी दर्द बयां कर दी.
एक पिता ने खो दिया अपने तीनों संतान
कमलेश सिंह निवासी निगाही ने अपने तीनों बेटे-बेटियों को खो दिया. 18 वर्षीय हिमांशु डीपीएस निगाही का छात्र था. पढ़ने में उसका दिमाग बहुत तेज था लेकिन कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया कि एक ही झटके में जिंदगी हमेशा के लिए अलविदा कह गई. वहीं उनकी दो बेटियां भी उन्हें छोड़कर हमेशा के लिए जुदा हो गई. इस हदयविरारक घटना से इलाके में हर किसी के आंख में आंसू आ गये. कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया दिया कि तीन परिवार में मातम छा गया है.
MP News: केंद्र ने पंचायतों की फिजूल खर्चों पर लगाई रोक, अब सिर्फ इस काम के लिए मिलेगा पैसा