MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार में सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाया जा रहा है. स्मार्ट क्लास के संचालन की कोशिशें हो रही हैं. इसके लिए तमाम कवायदें की जा रही हैं, लेकिन यकीन मानिए उर्जाधानी के नाम से विख्यात सिंगरौली जिले में एक ऐसा विद्यालय भी है, जहां अब तक हैंडपंप ही नहीं लगा. यहां मिड-डे मील बनाना हो या शौचालय जाना हो, पानी बगल में स्थित बस्ती में लगे हैंडपंप से लाना पड़ता है.
विद्यालय की रसोइया और छात्र-छात्राएं बाहर से पानी लाते हैं. तब उन्हें सरकार की अति महत्वाकांक्षी मध्याह्न भोजन योजना का लाभ मिल पाता है.
गांव जाकर हैंडपंप से पानी लाते हैं, तब बनता है खाना
चितरंगी ब्लॉक के मिसिरगवां गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय का यह हाल है. इस विद्यालय में करीब 100 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. जबसे स्कूल खुला है, यहां हैंडपंप या पेय जल के लिए नल ही नहीं लगाया गया. बच्चे और रसोइया ही गांव में जाकर एक व्यक्ति के घर में लगे हैंडपंप से पानी लाते हैं. तब जाकर मिड-डे मील बनाई जाती है. यहां शौचालय और हाथ धोने की जगह तो बनी है, लेकिन सब बेकार पड़ा है.
बच्चों की बात सुन हैरान रह गए विधायक
बीते दिन स्कूल का निरीक्षण करने के लिए चितरंगी विधानसभा के विधायक अमर सिंह गए थे, जहां स्कूल के बच्चों ने विधायक के कहा कि जब से यह विद्यालय बना है यहां हैंडपंप नहीं हैं. पानी हम लोग घर से लाते हैं. जब तक आप हैंडपंप नहीं लगवा देते, हम आप को जाने नही देंगे. विधायक भी मासूम बच्चों की बात सुनकर हैरान रह गए. बच्चों को विधायक ने आश्वासन दिया कि जल्द ही यहां हैंडपंप लग जाएगा.
'जल्द होगा समस्या का समाधान'
इस मामले में विधायक अमर सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान स्कूल के बच्चों ने कहा कि जब तक हेंडपंप नहीं लग जाता आपको जाने नही देंगे. यह सच है कि सरकारी स्कूल में हैंडपंप नहीं है, जिससे पानी की समस्या है. इस समस्या का समाधान जल्द ही करवा दिया जाएगा.
रिपोर्ट- देवेंद्र पाण्डेय
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