Madhya Pradesh News: सोशल मीडिया के दौर में हम कुछ पोस्ट, ट्वीट, मैसेज, फोटो और वीडियो को आगे फॉरवर्ड कर देते हैं. बिना इस बात की जांच किए कि ये सच है या झूठ, अफवाह है या हकीकत है. हम यह भी नहीं सोचते कि झूठी खबर को बिना सोचे समझे शेयर करना कितना भारी पड़ सकता है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से सामने आया है. यहां एक लूटपाट की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया और पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया. इसके बाद युवक अपने घर पहुंचा और उसके दूसरे दिन आत्महत्या कर अपनी जान दे दी. 


वहीं मृतक के परिजनों ने इस बेटे की मौत के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. परिजनों का कहना है कि पुलिस की मारपीट की वजह से युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है. सोशल मीडिया में पुलिस की कार्यशैली को लेकर भी लोग सवाल खड़े कर रहे थे, लेकिन अब इस पूरे मामले का खुलासा पुलिस ने खुद किया है. दअसल, सिंगरौली जिले के जोगिनी निवासी राकेश कुमार नाई (25 वर्ष) पिता गुलाब प्रसाद नाई ने बीते गुरुवार (27 जून) की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. राकेश को पुलिस ने चोरी के एक मामले में पूछताछ करने के लिए थाने बुलाया था. 


वहीं थाने से छूटने के बाद वह घर पहुंचा और 12 घंटे बाद फांसी लगा ली. वहीं इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने कहा कि राकेश ने पुलिस की प्रताड़ना की वजह से तंग आकर फांसी लगाई. फिलहाल जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो यह मामला निराधार निकला. थाने की सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है.


पुलिस ने किया घटना का खुलासा
जियावन थाना प्रभारी ने कहा कि "मामले में कुछ लोग सोशल मीडिया में गलत और भ्रामक सूचना प्रसारित कर रहे हैं. गलत और भ्रामक सूचना प्रसारित करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि किसी प्रकार की गलत और भ्रामक सूचना में न आएं. युवक ने आत्महत्या पुलिस की प्रताड़ना से नहीं बल्कि घरेलू मानशिक प्रताड़ना से तंग आकर की है." 


"थाने के सीसीटीवी फुटेज में साफ है कि युवक थाने में आया है, उससे पूछताछ की गई है और उसे छोड़ दिया गया. पुलिस के द्वारा किसी प्रकार से कोई मारपीट नहीं की गई है. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया में यह भ्रामक खबर प्रसारित की गई है कि पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने आत्महत्या की है, जो कि निराधार है."



ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ एक्शन, जुर्माना नहीं देने पर 15 कंप्यूटर जब्त