Singrauli News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में जिला पंचायत के सदस्य संदीप शाह अपने अनोखे विरोध प्रदर्शनों के लिए जाने जाते हैं. इसके अलावा वह अपने विवादित बयानबाजी के लिए भी अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. शनिवार (20 जनवरी) को एक बार फिर उनका अलग अंदाज देखने को मिला. क्षेत्र में स्वच्छ पानी की समस्या को दर्शाने के लिए जिला पंचायत सदस्य संदीप शाह बोतल में गंदा पानी लेकर जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में पहुंच गए.
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य संदीप शाह ने क्षेत्र में दूषित पानी के मुद्दे पर नाराजगी जताई. सभा की बैठक में वह अपनी कुर्सी छोड़कर नीचे धरने पर बैठ गए और हंगामा शुरू कर दिया. अपना विरोध दर्ज कराने के लिए उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाकर दूषित पानी की समस्या बताई. संदीप शाह ने विरोध करते हुए कहा कि "इलाके की जनता ने हमें जिताकर जनपद का सदस्य बनाया है." उन्होंने कहा कि अगर आम जनता की समस्याओं का हम निराकरण नहीं करा पा रहे है, उन्हें पीने का शुद्ध जल उपलब्ध नहीं करा पा रहे है, तो मुझे ऐसे पद पर रहने की कोई जरूरत नहीं है. मैं अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं.
दूषित पानी से हो चुकी है मौत
बताया जा रहा है कि संदीप शाह के इलाके हर्रहवां गांव में नलकूपों से गंदा पानी निकलता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि दूषित पानी पीने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है, लोगोंक के मुताबिक दूषित पानी से होने वाली बीमारी से मौत भी हो चुकी है. इसको लेकर कई बार जिला पंचायत के अधिकारियों से लेकर डीएम तक से शिकायत की गई है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. इससे नाराज होकर जिला पंचायत सदस्य संदीप शाह समस्या के निराकरण के लिए विरोध का अनोखा रुख अपनाया.
पंचायत सीईओ ने दिया जांच का आश्वासन
जिला पंचायत सदस्य के विरोध का असर भी देखने को मिला. इस संबंध में संज्ञान लेते हुए जिला पंचायत सीईओ ने तत्काल जांच का आश्वासन दिया और खुद मौके का मुआयना कर जांच की बात कही है. सीईओ से मिले आश्वासन के बाद संदीप शाह की नाजगी कुछ कम हुई.
रिपोर्ट-देवेंद्र पांडेय
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