MP Politics: वैसे तो मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, लेकिन सबसे पहले श्योपुर जिले के विजयपुर और सीहोर जिले के बुधनी का नाम सामने आ रहा है. विजयपुर उपचुनाव के पहले डॉक्टर मोहन यादव सरकार ने पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी को राज्य मंत्री का दर्जा दिया है.


लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के 6 बार के विधायक रामनिवास रावत ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था. इसके बाद डॉक्टर मोहन यादव सरकार ने उन्हें मंत्री भी बना दिया. हालांकि इस फैसले का बीजेपी के कुछ प्रभावशाली नेता विरोध भी कर रहे थे. इन्हीं नेताओं में समय-समय पर सीताराम आदिवासी का नाम भी सामने आता रहा है. 


'अब विधानसभा चुनाव की दौड़ में नहीं हैं शामिल'
पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी का पूरे क्षेत्र में काफी प्रभाव है. इसी के चलते यह माना जा रहा है कि राजनीतिक सूझबूझ का परिचय देते हुए डॉ मोहन यादव सरकार ने उन्हें सहरिया विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाते हुए राज्य मंत्री का दर्जा दे दिया. इस घोषणा के बाद सीताराम आदिवासी ने भी स्पष्ट रूप से कह दिया है कि पार्टी ने उन्हें काफी कुछ दिया है. वे कई बार विधानसभा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. अब विधानसभा चुनाव की दौड़ में शामिल नहीं है.


बुधनी को लेकर बीजेपी को ज्यादा चिंता नहीं
सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा और पूर्व सीएम और देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा है. उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़कर विधानसभा की सीट को खाली कर दिया था. इसके बाद अब विजयपुर के साथ-साथ बुधनी में भी उपचुनाव होना है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को बुधनी की ज्यादा चिंता नहीं है. बुधनी बीजेपी का गढ़ माना जाता है. हालांकि यहां भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है.‌ यहां भी सरकार विधानसभा के दावेदारों को साध कर उन्हें भी किसी पद पर बैठा सकती है.


विजयपुर कांग्रेस का मजबूत दावा
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि विजयपुर में हमेशा से कांग्रेस प्रत्याशी को लोगों ने सहयोग जरुर किया, मगर हमेशा पार्टी की जीत पहले पायदान पर रही है. सिंघार का यह भी कहना है कि इस बार बुधनी विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस का मजबूत दावा है. यहां पर स्थानीय नेता को मैदान में उतारा जाएगा.


दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना का कहना है कि दोनों सीट भारतीय जनता पार्टी की झोली में आएगी. अभी तक सभी उपचुनाव बीजेपी जीतती आई है.


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