Kharmas 2023: तो क्या खरमास में शपथ लेगा मोहन यादव सरकार का मंत्रिमंडल? हिंदू धर्म में कल से मांगलिक कार्य नहीं माने जाते शुभ
Kharmas 2023:16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है. खरमास 14 जनवरी तक चलने वाला है. इस दौरान मांगलिक कार्य करना शुभ नहीं माना जाता. एक दो दिन में मंत्री पदभार ग्रहण करेंगे.
![Kharmas 2023: तो क्या खरमास में शपथ लेगा मोहन यादव सरकार का मंत्रिमंडल? हिंदू धर्म में कल से मांगलिक कार्य नहीं माने जाते शुभ So will the cabinet of Dr. Mohan Yadav government take oath in Kharmas ann Kharmas 2023: तो क्या खरमास में शपथ लेगा मोहन यादव सरकार का मंत्रिमंडल? हिंदू धर्म में कल से मांगलिक कार्य नहीं माने जाते शुभ](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/12/15/bc2d327fba4f48d00557ea5f95c4d5441702627099485743_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
MP News: मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार का मंत्रिमंडल खरमास में गठित होने के बाद शपथ लेगा. कल 16 दिसंबर से खरमास की शुरुआत हो रही है. जो 14 जनवरी 2024 तक जारी रहेगा. हिंदू मान्यताओं के अनुसार खरमास के दौरान विवाह आदि शुभ कार्य वर्जित रहते हैं, लेकिन ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार का मंत्री मंडल शपथ लेगा.
मंत्रियों को खरमास में कराना होगा पदभार
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश के सीएम सहित डिप्टी सीएम ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. अब शेष मंत्रियों के नामों की घोषणा होने के साथ ही मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा. सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि आज देर शाम तक प्रदेश के मंत्रियों के नाम तय हो जाएंगा, जो लगभग एक-दो दिन में ही अपना पदभार ग्रहण कर लेंगे. लेकिन विडंबना यह है कि मध्यप्रदेश के इन नए मंत्रियों को खरमास के बीच शपथ व पदभार ग्रहण करना होगा.
16 जनवरी से लगेगा मलमास/खरमास
ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ गणेश शर्मा के अनुसार खरमास में 16 दिसंबर शनिवार को सूर्य का धनु राशि में गोचर होगा तभी से खरमास यानी मलमास प्रारंभ हो जाएगा. खरमास में किसी भी तरह का कोई मांगलिक कार्य जैसे विवाह, यज्ञोपवीत, गृह प्रवेश, मकान निर्माण, नया व्यापार या किसी भी तरह का कोई भी शुभ काम नहीं करते हैं. हिन्दू धर्म में देवप्रबोधिनी देवउठनी एकादशी के साथ ही विवाह इत्यादि मांगलिक कार्यों का होना प्रारंभ हो जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह लग्न की शुद्धि में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है. शास्त्रानुसार देवशयनी एकादशी से देवप्रबोधिनी एकादशी तक चार माह विवाह का निषेध होता है. किंतु केवल इन चार महीनों में ही विवाह का निषेध नहीं होता अपितु गुरु.शुक्रास्त, खरमास, होलिकाष्टक एवं पौष मास की अवधि में भी विवाह वर्जित होता है. ऐसे में कल से खरमास की शुरुआत होने जा रही है और मंत्रीमंडल का पदभार ग्रहण में एक दो दिन में होना है.
यह भी पढ़ें: Madhya Pradesh: CM मोहन यादव ने पहली कैबिनेट बैठक में दी बड़ी सौगात, अब जमीन खरीदने के साथ ही होगा नामांतरण
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)