MP News: मध्य प्रदेश में भारी बारिश से सोयाबीन की फसल बर्बाद, किसानों को राहत देने के लिए सरकार ने उठाया ये कदम
Soybean Crop Destroyed: भारी बारिश के कारण सोयाबीन की फसलें खराब हो गई हैं, जिससे किसान और भी परेशान हो गए हैं. तीन दिन पहले हुई तेज बारिश से नदी के किनारे लगी किसानों की सोयाबीन फसल बर्बाद हो गई है.
Indore News: मध्य प्रदेश में सूखे की मार से फसलें खराब हो रही थी, लेकिन अब पानी इतना बरस गया कि अब भारी बारिश की मार फसलों पर पड़ी है. राज्य में भारी बारिश के कारण फसलें चौपट हो रही हैं. अगर इंदौर जिले की बात करें तो यहां सोयाबीन की फसल और किसानों की उम्मीद पर पूरी तरह पानी फिर गया है. जानकारी के अनुसार इंदौर जिले के आस-पास के इलाकों में पहले सूखे और अब भारी बारिश के बाद सोयाबीन की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. फसल के बर्बाद होने के बाद किसानों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ा है. हालांकि किसानों को राहत देने के लिए और उन्हें मुआवजा देने के लिए सरकार सर्वे करा रही है.
सूखे के बाद भारी बारिश की मार
सात दिन पहले तक इंदौर समेत पूरे मध्य प्रदेश में बारिश इतनी भी नही हुई थी कि ताल तलैया ठीक से भर पाते. वहीं अब इंदौर में इतना पानी गिर गया कि सभी नदियां नाले और डैम उफान पर हैं. दो दिनों के लिए थमा बारिश का दौर फिर से शुरू होने वाला है. बताया जा रहा है कि एक मजबूत सिस्टम और बंगाल की खाड़ी में बन रहा है जो 22 तारीख के आसपास फिर से राज्य में बारिश करेगा.
कैसी है किसानों की हालत?
भारी बारिश के कारण सोयाबीन की फसलें खराब हो गई हैं, जिससे किसान और भी परेशान हो गए हैं. तीन दिन पहले हुई तेज बारिश की वजह से गंभीर नदी के किनारे लगी सभी किसानों की सोयाबीन की फसलें बर्बाद हो गई हैं. किसानों ने बीमा कंपनी से मुआवजे की मांग की है. सरपंच प्रतिनिधि सुमित आंजना ने बताया कि सांवेर और आसपास के क्षेत्र के किसानों को नदी से लगे खेतों में बारिश की वजह से नुकसान हुआ है. इसकी जानकारी क्षेत्रीय विधायक और मंत्री को दी गई थी. कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट को जानकारी लगते ही तुरंत अधिकारियों की बैठक ली और गंभीर नदी से लगे हुए गांव में सर्वे कराया गया. इनमें खामोद, आंजना, एहाशा, खेड़ी, बरोदा पंथ के साथ ही अन्य गांव के किसानों के खेतों में अधिकारियों को पहुंचाकर सर्वे करवाया गया है. सर्वे में अधिकारियों ने बताया कि गंभीर नदी के पास लगे सभी खेतों के किसानों की सोयाबीन नष्ट हो चुकी है जहां पंचनामा भी बनाया गया.
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