MP News: दुश्मन देश की भाषा बोल रहा है विपक्ष,रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने सीमाओं की सुरक्षा पर कही यह बात
Jabalpur News: अजय भट्ट ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी तो विपक्ष ने कहा था कि वहां खून की नदियां बहेंगी, लेकिन वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में खून के नदियां नहीं विकास की नदियां बह रही है.
जबलपुर: केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट (Defence State Minister Ajay Bhatt) ने देश की विपक्षी पार्टियों (Opposition Party) पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि विपक्ष इन दिनों दुश्मन देश की भाषा बोल रहा है.विपक्ष ने कभी भी सरकार और सेना का साथ नहीं दिया बल्कि सवाल पैदा किया.सर्जिकल स्ट्राइक, गलवान,उड़ी सहित सभी जगह विपक्ष सवाल खड़ी करती रही.अजय भट्ट ने यह भी कहा कि देश के सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं.
विपक्ष की बचकानी
जबलपुर में मीडिया से बातचीत में रक्षा राज्यमंत्री भट्ट ने कहा कि विपक्ष बचकानी और नादानी वाली बातें करता है.विपक्ष ने मन बना लिया है कि केंद्र सरकार के हर काम का विरोध करना है,जबकि वर्तमान समय में देश दुनिया भर में महाशक्ति के रूप में उभर रहा है. अजय भट्ट ने कहा कि देश के सीमाएं सुरक्षित हैं.
एक सवाल के जवाब में अजय भट्ट ने कहा कि कोरोनाकाल में भारत देश ने सबसे बेहतर काम किया है.देश की 80 करोड़ आबादी को फ्री अनाज दिया जा रहा है.आज पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है लेकिन विपक्ष केवल सवाल खड़े कर रहा है.फिर चाहे वह सेना पर हो या फिर प्रधानमंत्री मोदी के किए गए अच्छे कामों हो.विपक्ष सेना का मनोबल नहीं बना रहा है बल्कि उसका विरोध करने पर अड़ा हुआ है.
जम्मू कश्मीर के हालात
जम्मू कश्मीर के हालातों पर भी रक्षा राज्यमंत्री ने जवाब दिया.उन्होंने कहा कि जब जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी तो विपक्ष बोल रहा था कि वहां पर खून की नदियां बहेंगी,लेकिन वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में खून के नदियां नहीं बल्कि विकास की नदियां बह रही है.कश्मीर को लेकर भी विपक्ष बचकानी बातें करता है.रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का एक ही नारा बन गया है कि देश से मोदी हटाओ और परिवारवाद को लाओ.
यहां आपको बता दें कि रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट एक दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचे हैं,जहां उन्होंने वेटरनरी महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स से चर्चा की.इसके बाद जबलपुर की ऑडनेंस फैक्ट्री खमरिया का निरीक्षण किया और फिर सेना के मध्य भारत मुख्यालय का भ्रमण भी किया
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