Ratlam News: बाल विवाह को गैर कानूनी माना जाता है, इसके बाद भी बाल विवाह के मामले लगातार सामने आते रहते हैं. रतलाम जिले के गुणावद में कक्षा आठवीं की छात्रा की शादी हो रही थी. सही समय पर इसकी शिकायत एसडीएम के पास पहुंच गई. इसके बाद प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से बाल विवाह को रोका. इस दौरान बाल विवाह रोकने गई टीम ने परिजनों को जेल भेजने की चेतावनी दी, इसके बाद वो शादी टालने पर राजी हुए.
कहां हो रहा था बाल विवाह
रतलाम जिले की ग्रामीण अनुविभागीय अधिकारी कृतिका भीमावत को शिकायत मिली थी कि ग्राम गुणावद में 13 साल की छात्रा की शादी हो रही है. यह छात्रा कक्षा आठवीं में अध्यनरत है. इसके बाद एसडीएम ने परियोजना अधिकारी अनिल जैन को कार्रवाई के निर्देश जारी किए. परियोजना अधिकारी ने गुणावद पहुंचकर बाल विवाह रोकने की कोशिश की, लेकिन परिजन आसानी से तैयार नहीं हुए. बताया जाता है कि शादी की तैयारी अंतिम चरण में चल रही थी. एक तरफ मेहमान आ चुके थे दूसरी तरफ रसोई बन रही थी.
इसके बाद परियोजना अधिकारी और उनकी टीम ने छात्रा से बातचीत की. छात्रा ने कहा कि वह आगे पढ़ाई करना चाहती है. उसकी इच्छा पढ़ाई करके सरकारी नौकरी हासिल करने के बाद ही उसकी शादी करने की है. छात्रा से बातचीत के बाद बाल विवाह रोकने गई टीम ने कड़े शब्दों में परिवार वालों को चेतावनी दी, जिसके बाद विवाह समारोह टाला गया. इस दौरान परिजनों से शपथ पत्र भी लिया गया, ताकि वे अपनी बात से मुकर नहीं सकें.
बाल विवाह में पहले के मुकाबले आई कमी
वैसे अगर जागरूकता की बात की जाए तो पहले की तुलना में अभी बाल विवाह में काफी कमी आई है. इसके अलावा जहां भी बाल विवाह आयोजित किए जाते हैं वहां से शिकायतें भी लगातार अधिकारियों तक पहुंच जाती हैं. यही वजह है कि लोग बाल विवाह में कई विघ्न होने की वजह से इसमें कमी आई है.
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