Swami Avimukteshwaranand: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मंगलवार को कहा कि गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाने वाली पार्टी को ही वोट दें. शंकराचार्य ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने बहुत अच्छा किया और उन्होंने महाराष्ट सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में गाय को माता का दर्जा देना बहुत बढ़िया फैसला है.  उन्होंने कहा कि जो नेता इस फैसले से खुश हैं उनको सामने आकर फैसले की तारीफ करनी चाहिए.


बता दें कि मंगलवार को महाराज की गौ प्रतिष्ठा यात्रा भोपाल पहुंची थी. शंकराचार्य ने कहा कि गाय को माता का दर्जा मिलना चाहिए और गाय को पशु नहीं कहा जा सकता है. शंकराचार्य ने अशोक चिन्ह और सिंगोल का हवाला भी दिया.


उन्होंने कहा कि गौ संवर्धन करने के लिए संविधान कह रहा है उन्होंने कहा कि राज्य चिन्ह में चार चिन्ह हैं, शेर, हाथी, घोड़ा और बैल यानी नंदी जब ये चिन्ह छपता है तो बैल और घोड़ा ही दिखाई देता है इन 4 में से शेर, हाथी को नहीं मार सकते तो गौवंश को कैसे काट सकते हैं. राज्यपाल, राष्ट्रपति और उच्च न्यायालय इस संबंध में संज्ञान लें सिंगोल के ऊपर भी नंदी बना है.  इसी को लेकर पीएम ने नई संसद भवन में प्रवेश किया था, ऐसे में भारत में गौवंश का वध नहीं हो सकता.


शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हमारे धर्म, संस्कृति का अपमान होने पर हम निकलकर सामने आए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वोट की वजह से सरकारें ऐसा नहीं कर पा रही हैं. चुनाव में सभी पार्टी वादा करती रहीं लेकिन कर कोई नहीं रहा. हिंदुओं को अपना परंपरागत वोट बैंक मानने वाले सोचते हैं हिंदुओ के वोट तो मिल ही रहे हैं इसलिए माता का दर्जा नहीं दे रहे.


33 करोड़ मतदाता तैयार कर रहे हैं...


स्वामी जी ने कहा कि हिन्दू धर्म को समाप्त करने के लिए गोवंश को मारा जा रहा है. महाराज ने दोनों पार्टियों पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि कांग्रेस-बीजेपी ने हमारा भरोसा तोड़ा है. हमारा भरोसा दोनों ने तोड़ा अब हम मतदाताओं को जोड़ रहे हैं. 33 करोड़ मतदाता तैयार कर रहे हैं. 33 करोड़ वोट गायों के लिए तैयार होगा और जो गोवंश बचाएगा उसे वोट देंगे और एक दिन हमें विजय मिलेगी औऱ गाय गौ माता कहलाएगी.


उन्होंने कहा कि गाय की चर्बी कारतूस में होने के कारण आजादी का आंदोलन छिड़ा था. महात्मा गांधी ने कहा था गाय का प्रश्न स्वराज से बड़ा है कांग्रेस ने वचन दिए थे कि गाय बचाने के और बेलों की जोड़ी को अपना चुनाव चिन्ह बनाया था. गाय के बछड़े को भी चुनाव चिन्ह बनाया और हमने भरोसा करके धोखा खाया है. शंकराचार्य ने सीएम डॉ मोहन यादव की तारीफ की और कहा मोहन यादव भोपाल के गोपाल हैं. अच्छा काम करने वालों की प्रशंसा करेंगे. बुरा काम करने पर प्रहार करेंगे मप्र में गाय को बचाना चाहिए.


ये भी पढ़ें-


खरीदने लगा लग्जरी गाड़ियां, सोने की मोटी चेन, ड्रग्स माफिया हरीश को लेकर पुलिस ने किए कई खुलासे