Ujjain Rape Case: 'पीड़िता की मदद न करने वालों के खिलाफ भी हो एक्शन', उज्जैन रेप केस पर बोलीं स्वाति मालीवाल
Ujjain Rape Case: उज्जैन में नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर जल्द से जल्द सुनवाई होनी चाहिए.
Ujjain Rape Case News: मध्य प्रदेश के उज्जैन (Ujjain) में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप (Minor Raped) और फिर स्थानीय लोगों द्वारा उसकी मदद न किए जाने के मामले पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने भी प्रतिक्रिया दी है. स्वाति मालीवाल ने दोषियों को पकड़ने की अपील तो की है साथ ही उन लोगों के खिलाफ भी एक्शन की मांग की है जिन्होंने उस बच्ची की मदद नहीं की. बता दें कि इस मामले में अब तक 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक स्वाति मालीवाल ने कहा, ''12 साल की लड़की के साथ बर्बरतापूर्वक रेप किया गया. लड़की निर्वस्त्र अवस्था में आठ किलोमीटर ढाई घंटे तक पैदल घर-घर जाकर मदद मांगती रही लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. यहां तक कि वह बेहोश हो गई तो किसी ने उसको देखा और पुलिस को क़ॉल की गई और एफआईआर दर्ज की गई. अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.''
मदद न करने वालों के खिलाफ हो एक्शन
स्वाति ने आगे कहा, ''दो बातें हैं. सबसे पहले तो जो दोषी हैं उन्हें तुरंत अरेस्ट करने की जरूरत है. मध्य प्रदेश पुलिस को उन्हें तुरंत अरेस्ट करना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. दूसरी बात, ये कौन लोग हैं जिनको बिल्कुल दया नहीं आई. जब 12 साल की बच्ची लहूलुहान हालत में घर-घर जाकर मदद की भीख मांगती रही. किसी ने उसकी मदद नहीं की. क्या ऐसे लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं होना चाहिए.किस तरह का देश हम बना रहे हैं. कितनी असंवेदनशीलता होती जा रही है. मुझे लगता है कि ऐसे लोगों के खिलाफ भी एक्शन होना चाहिए.''
मालीवाल ने की फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की मांग करके हुए कहा, '' ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए. फांसी की सजा होनी चाहिए. मध्य प्रदेश पुलिस को तुरंत एक्शन में आकर अरेस्ट करना चाहिए. मैं लोगों से अपील करना चाहूंगी कि ये किस तरह के हम हो गए हैं. हमारे अंदर बिल्कुल कोई दया का भाव नहीं है. किसी ने उस लड़की को कपड़े नहीं दिए. किसी ने उसकी मदद नहीं की. किसी ने पुलिस को फोन नहीं किया. वह घर-घर गई और किसी ने मदद नहीं की.लोगों को शर्म आनी चाहिए. मैं अपील कर रही हूं. इस तरह का केस देश के लिए धब्बा है. कैसे बेटियां बचेंगी और बढ़ेंगी,अगर इस तरह के केस हर दूसरे देश में होते रहेंगे.''
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