Smart Class for Student: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के कोडियाछीतू गांव के बच्चे अशासकीय स्कूल में जाना पसंद करते थे सरकारी स्कूल को छोड़कर  लेकिन अब एक शिक्षक की लगन से यहां के बच्चे अशासकीय स्कूल को छोड़ सरकारी स्कूल की स्मार्ट क्लास में आ रहे हैं.  प्राथमिक विद्यालय कोडियाछीतू में डिजिटल और बारकोड के एजुकेशन सिस्टम पर आधारित स्मार्ट क्लास की स्थापना की गई है. जानकारी अनुसार 5 सितंबर को राज्यपाल पुरुस्कार प्राप्त हुआ था.

पुरस्कार राशि से शुरू किया स्मार्ट क्लास

शिक्षक संजय सक्सेना को जिन्होंने अपने पुरुस्कार को अपने पिता स्वर्गीय हरिप्रसाद सक्सेना को समर्पित करते हुए प्राप्त राशि से कक्षा 1 और 2 के लिए स्मार्ट क्लास शुरू कर दी. संजय  सक्सेना को पुरुस्कार में मिली राशि से अपने शासकीय विद्यालय में नवाचार करते हुए बच्चों के लिए स्मार्ट कक्ष तैयार किया. जिसमें बच्चों के लिए डिजिटल आकर्षक थ्रीडी चार्ट, बैठने के लिए आकर्षक बैंच, स्मार्ट टीवी, आकर्षक फर्ष, कारपेट सहित अनेक महापुरुषों की तस्वीरें आदि से सुसज्जित किया.  यह सारा नजारा देख नन्हें-मुन्हें बच्चें खुशी झूम उठे और पूरे मन लगाकर मनोरंजनात्मक तरीके से खुशी-खुशी शिक्षा ग्रहण कर रहे है वही सभी बच्चों ने सक्सेना सर को थेंक्यू कहकर खुशी जाहिर की. अपने कक्ष को स्मार्ट क्लास के रुप में देख बच्चें बेहद खुश है रोज अब बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ने आते है.




शिक्षक के सहयोगियों ने की उनकी मदद
शिक्षक सक्सेना ने बताया कि बच्चों को बेहतरीन सुविधा देने के मेरे सपने को पूर्ण करने में मेरे सहयोगी साथीगण शिक्षक डीके मालवीय, दरियाव सिंह मालवीय, हेमराज बामनिया, शशीबाला नामदेव, शशिकला पाण्डे, फूलवती सेन का विशेष योगदान रहा है. उन्होंने विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने, अच्छी शिक्षा प्रदान करने में पूरी भागीदारी निभाते हुए सहयोग किया है. इसी का परिणाम है कि आज हमारे शासकीय विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़कर 210 हो गई है तथा सर्वाधिक संख्या कक्षा पहली में है. साथियों के सहयोग का परिणाम यह है कि आरटीई के तहत निशुल्क शिक्षा में रुचि ना लेकर गांव के सभी बच्चों का प्रवेश हमारे शासकीय विद्यालय कोडिय़ाछीतु में कराया गया है.


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