Corruption in MP: मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की संविदा अस्सिटेंट इंजीनियर हेमा मीणा की बर्खास्तगी के बाद उसका साम्राज्य और तेजी से बढ़ रहा है. भोपाल से 90 किमी दूर विदिशा के देवराजपुर, रायसेन के सेमरा, कांछीकानाखेड़ा और बिलोरी में खुद हेमा के नाम से करोड़ों रुपये मूल्य की जमीनें हैं.इसमें जनार्दन की मां-बहन और बहनोई भी साझेदार हैं. कुल 10 खसरों की जांच-पड़ताल में सामने आया है कि अधिकांश जमीने 2019 से 2021 के बीच ट्रांसफर हुई हैं. इन जमीनों पर फार्म हाउस, गोदाम और अन्य निर्माण कार्य अभी तेजी से चल रहे हैं.
लोकायुक्त पुलिस ने की थी कार्रवाई
मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में संविदा पर तैनात प्रभारी सहायक यंत्री हेमा मीणा के तीन ठिकानों पर 10 मई को लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारा था. इसके बाद उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला चल रहा है.
कितना वेतन मिलता था हेमा को
लोकायुक्त टीम ने भोपाल के बिलखिरिया स्थित आवास, रायसेन के फार्म हाउस सहित तीन स्थानों पर छापा मारा था.इस दौरान 30 हजार रुपये मासिक का वेतन माने पाने वाली सहायक इंजीनियर के घर से 30 लाख रुपये कीमत की एलइडी मिली. छापामार कार्रवाई में अब तक सात करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है. इनमें एक करोड़ रुपए की कीमत का बंगला, रायसेन, भोपाल और विदिशा में खरीदी गई जमीनों के दस्तावेज शामिल हैं.
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