बुधनी में BJP-कांग्रेस के बीच उपचुनाव का दिलचस्प इतिहास, तीनों ही बार शिवराज सिंह चौहान बने वजह
Budhni Bypoll Result 2024: मध्य प्रदेश की बुधनी विधानसभा सीट हाइप्रोफाइल मानी जाती है. दिलचस्प है कि बुधनी सीट पर तीन उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर लड़ने वाले राजकुमार पटेल को शिकस्त मिली.
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MP Bypolls Result 2024: मध्य प्रदेश की हाइप्रोफाइल सीट बुधनी पर उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. दिलचस्प बात है कि बुधनी विधानसभा सीट पर तीन बार उपचुनाव हुए और तीनों ही बार केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की वजह से उपचुनाव हुए. खास बात है कि तीनों ही बार कांग्रेस की ओर से राजकुमार पटेल उपचुनाव लड़े और तीनों ही बार शिकस्त नसीब हुई. सबसे पहली बार बुधनी सीट पर उपचुनाव की वजह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बने थे.
2023 के विधानसभा चुनाव में बुदनी सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रत्याशी थे. शिवराज सिंह चौहान ने बगैर प्रचार किए 1 लाख 5 हजार मतों से चुनाव जीता था. प्रदेश में पूर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार बनी. शिवराज सिंह चौहान की जगह बीजेपी ने डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया. बाद में शिवराज सिंह चौहान विदिशा सीट से चुनाव लड़कर संसद पहुंचे. शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की वजह से बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए.
रमाकांत-राजकुमार में था मुकाबला
बुधनी विधानसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया था. कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल मैदान में थे. बुधनी विधानसभा सीट पर डेढ़ दशक बाद बीजेपी-कांग्रेस में बराबरी का मुकाबला देखने को मिला. उपचुनाव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को 3 सभाएं करना पड़ीं. वहीं, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 5 सभाएं की. तब कहीं जाकर बीजेपी ने मुकाबला महज 13 हजार वोटों से जीता है. जबकि साल भर पहले हुए उपचुनाव में बीजेपी 1 लाख 5 हजार वोटों से चुनाव जीती थी.
तीनों ही बार उपचुनाव में राजकुमार
बुधनी विधानसभा सीट पर शिवराज सिंह चौहान की वजह से तीन बार उपचुनाव हुए. सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की वजह से शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा सीट से इस्तीफा दिया था. दरअसल, बुधनी विधानसभा से शिवराज सिंह चौहान विधायक थे. अटल बिहारी वाजपेयी के इस्तीफा देने की वजह से शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था. इसके बाद बुधनी विधानसभा सीट पर 1992 में उपचुनाव हुए.
बीजेपी से मोहनलाल शिशिर तो कांग्रेस से राजकुमार पटेल चुनाव लड़े थे. राजकुमार पटेल चुनाव महज 580 वोटों से हार गए. इसके बाद 2006 के उपचुनाव में राजकुमार पटेल का सामना तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हुआ था. उस समय राजकुमार पटेल बुधनी में 36,500 से चुनाव हार गए थे. जबकि 2024 के उपचुनाव में राजकुमार पटेल को करीब 13 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा.
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