Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर तेज होती जा रही है. पर्याप्त सावधानियों के बावजूद फंट्रलाईन वर्कर, पुलिस-प्रशासन के अफसर और मंत्री कोरोना संक्रमण से नहीं बच पा रहे हैं. चंद दिनों में ही प्रदेश के दो मंत्री, एक विधायक, एक एसीएस, तीन पीएस, एक सचिव, एक कमिश्नर, दो कलेक्टर और दो एसपी समेत लगभग डेढ़ दर्जन फ्रंटलाइन वारियर कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं.
कहां कितने पॉजिटिव
जबलपुर में मंगलवार को मिली रिपोर्ट के मुताबिक, 210 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं. वहीं एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1,052 हो गई है. हालांकि स्वास्थ विभाग के अनुसार, 23 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज भी कर दिया गया है. अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो मंगलवार को कुल 3,150 नए केस सामने आए जिसमें इंदौर में सबसे ज्यादा 1,169 मरीज मिले. उसके बाद भोपाल में 572 और ग्वालियर में 502 लोग कोरोना संक्रमित मिले.
मंत्री-विधायक से लेकर अधिकारी संक्रमित
बड़ी संख्या में मंत्री, विधायक और अधिकारी भी संक्रमण की चपेट में आते जा रहे है. पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया और राजस्व तथा परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत संक्रमित हो चुके हैं. इसके अलावा भोपाल विधायक रामेश्वर शर्मा, पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया और उनका पूरा परिवार पॉजीटिव हो चुका है. लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई दूसरी बार कोरोना पॉजीटिव हुए हैं. उनकी पत्नी भी संक्रमित हुई हैं.
इसी तरह जनसंपर्क विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त राघवेन्द्र सिंह दो दिन पहले ही कोरोना पॉजीटिव हुए हैं. उद्योग आयुक्त तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के सचिव पी नरहरि, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ओएसडी पुरुषोत्तम पाराशर और उनके परिवार के सात सदस्य, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी राजेन्द्र मिगलानी, पूर्व मंत्री अरुण यादव और खंडवा मेडिकल कॉलेज के नौ डॉक्टर तथा प्रोफेसर भी पॉजीटिव मिले हैं. नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह और आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव भी संक्रमित हैं. दोनों हाल ही में दिल्ली से लौटे थे.
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