(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए बनाया बीमारी का बहाना, मेडिकल जांच में मिले फिट, अब होगी कार्रवाई
एमपी में चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए लोग मेडिकल कंडीशन का बहाना लगा रहे हैं. ऐसा ही मामला एमपी के ग्वालियर से सामने आया है.
Gwalior News: चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए अस्वस्थ्य होने का सहारा लेने वाले सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के द्वारा दिये गए अपने ही आवेदन मुसीबत बन गए हैं. दरअसल, कलेक्टर इन सबको मेडिकल बोर्ड के सामने जांच कराने को कहा. इसके बाद अनेक तो पहले ही अपनी ड्यूटी पर पहुंच गए लेकिन जो बोर्ड के सामने पेश हुए उनमे से लगभग 48 फीसदी स्वस्थ्य पाए गए.
200 से ज्यादा लोगो ने बनाया था बीमारी का बहाना
इस समय ग्वालियर में त्रिस्तरीय पंचायती राज और नगर निगम चुनावो की तैयारी चल रही. इसमे ड्यूटी के लिए चल रही ट्रेनिंग से बचने के लिए बड़ी -बड़ी सिफारिशें लगवाई. अनेक तरह के आवेदन दिए लेकिन ज्यादातर लोगों ने ड्यूटी से बचने के लिए बीमारी का बहाना. इनकी संख्या जब दो सौ पार गई तो कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने नहले पर दहला मारा. उन्होंने कहाकि सभी आवेदनकर्ताओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज की टीम बुलाई जाएगी. यह बोर्ड कलेक्ट्रेट में ही पन्द्रह जून को बैठेगा.
कई आवेदक पहुंचे ट्रेनिंग लेने
कलेक्टर के आदेश के बाद बहानेबाजी करने वालों में हड़कंप मच गया अनेक तो इस सूचना के बाद ही अपना आवेदन वापिस लेकर चुनाव प्रशिक्षण में पहुंच गए.
कलेक्ट्रेट में ही बैठा मेडिकल बोर्ड
खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर त्रि-स्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय आम निर्वाचन की ड्यूटी से मुक्त करने के लिये आवेदन करने वाले सभी शासकीय सेवकों का मेडिकल बोर्ड से स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए आज 15 जून को प्रात: 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक कलेक्ट्रेट स्थित स्व. टी धर्माराव सभागार (जनसुनवाई कक्ष) में मेडीकल बोर्ड बैठा.
साथ ही दोपहर 1.30 बजे से सिविल सर्जन ग्वालियर के चैम्बर में पूर्व के अनुसार मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण शुरू हुआ जो तीन घण्टे चला. मेडीकल बोर्ड द्वारा शासकीय सेवकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर अपनी रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय को सौंपी गई.
48 फीसदी स्वस्थ निकले
मेडिकल बोर्ड के सामने 76 अधिकारी और कर्मचारी परीक्षण के लिए पेश हुए. इनमे से अनेक अपनी पुरानी जांच रिपोर्ट और ट्रीटमेंट के पर्चे भी साथ लेकर गए थे. जांच रिपोर्ट बड़ी चौंकाने वाली आई. 76 में से 44 अधिकारी और कर्मचारी इस मेडिकल बोर्ड के सामने पेश हुए. सबका नियमानुसार परीक्षण किया गया तो वह वाकई में बीमार निकले लेकिन 32 तो ऐसे थे जो पूरी तरह स्वस्थ्य थे और चुनावी ड्यूटी के लिए एकदम फिट है.
अब लटकी तलवार
जो 32 कर्मचारी और अधिकारी मेडिकल बोर्ड की जांच में स्वस्थ्य पाए गए हैं अब उनके विरुद्ध निर्वाचन नियमों की अवहेलना और कलेक्टर को गलत जानमारी देने को लेकर नोटिस जारी हो सकता है.
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