दीपक जोशी ने बढ़ाई कांग्रेस नेताओं की टेंशन: भारतीय जनता पार्टी (BJP) को छोड़ कांग्रेस (Congress) का दामन थामने वाले दीपक जोशी (Deepak Joshi) ने बुदनी के स्थानीय कांग्रेस नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है.पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Ex CM Kamal Nath) से कहा है कि उन्हें बुदनी से टिकट दिया जाए.वे सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के सामने चुनाव लडऩा चाहते हैं. वहीं कई स्थानीय नेता भी पिछले चार साल से शिवराज सिंह चौहान के सामने चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. जोशी के बयान ने इन नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है. Read More.
'द केरल स्टोरी' ने गरमाई सियासत
'द केरल स्टोरी'को लेकर मध्य प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है.केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने धर्मांतरण और आतंकवाद के मुद्दे पर कई तीखे सवाल उठाकर पूर्व की सरकारों को घेरने की कोशिश की है.उन्होंने सीधे-सीधे कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. इसके साथ ही उन्होंने इस फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार भी जताया है. अभी कांग्रेस की ओर से सिंधिया द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब आना बाकी हैं.Read More.
पुलिस कमिश्नर सिस्टम पर कांग्रेस का दावा
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक नगरी इंदौर में दो साल पहले लागू किए गए पुलिस कमिश्रर सिस्टम पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सवाल उठाए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पुलिस कमिश्रर सिस्टम के बाद से ही प्रदेश में अपराधों की संख्या में इजाफा हुआ है. कांग्रेस की सरकार आते ही पुलिस कमिश्रर सिस्टम को बंद कर दिया जाएगा.Read More.
सोने की वजह से गई एक मुख्यमंत्री की कुर्सी
मध्य प्रदेश की सियासत में पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का नाम अदब के साथ लिया जाता रहा है.लेकिन कुंभकर्णी नींद के कारण उन्हें मुख्यमंत्री पद की कुर्सी तक छोड़नी पड़ी थी. पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी 20-20 घंटे तक सोते थे. इसे लेकर हाईकोर्ट में याचिका तक लगा दी गई थी. जोशी 1977 से 1978 के बीच 208 दिन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. Read More.
आदिवासी सीटों पर क्या है कांग्रेस का प्लान?
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोटों के सहारे सत्ता तक पहुंची कांग्रेस एक बार फिर आदिवासी वर्ग को साधने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.साल 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 47 आदिवासी वर्ग की सुरक्षित सीटों में से कांग्रेस ने 30 सीटों पर विजय हासिल की थी.विगत विधानसभा चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव में किए उसी प्रयोग को एक बार फिर से कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव में दोहराने जा रही है. इस बार भी कांग्रेस को इन सीटों पर गैर राजनीतिक उम्मीदवारों की तलाश है. Read More.
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