पटरी से उतरी एक और ट्रेन! इटारसी रेलवे जंक्शन पर डिरेल हुए पैसेंजर ट्रेन के 2 कोच, यात्रियों में दहशत
MP Train Derailed: ट्रेन इटारसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर प्रवेश रही थी. उसी दौरान दो कोच पटरी से उतर गए. मौके पर स्थानीय रेलवे अधिकारी पहुंचे.
Train Derailment: मध्य प्रदेश के इटारसी रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा ट्रेन हादसा होने से बच गया. यहां एक पैसेंजर ट्रेन के दो कोच पटरी से उतर गए. जानकारी के अनुसार, मैसूर से रानी कमलापति की ओर जाने वाली समर स्पेशल ट्रेन (01663) प्लेटफॉर्म पर ही पटरी से उतर गई.
इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. समर स्पेशल ट्रेन इटारसी जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर एंटर ही हो रही थी कि तभी दो एसी कोच B-1 और B-2 डिरेल हो गए. अचानक लगे जोरदार धक्के से यात्री दहशत में आ गए. मामला संज्ञान में आते ही मौके पर स्थानीय रेलवे अधिकारी पहुंचे और लोगों को कंट्रोल करने की कोशिश शुरू हुई. जल्द ही यात्रियों को डिब्बों से उतारा गया.
कांग्रेस ने रेल मंत्री पर साधा निशाना
इटारसी रेलवे स्टेशन के पास हुए इस ट्रेन हादसे का वीडियो साझा करते हुए कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर हमला बोला. कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट से वीडियो शेयर कर लिखा गया, "अब मध्य प्रदेश में एक ट्रेन पटरी से उतर गई. नई वाली मोदी सरकार को 65 दिन हुए हैं. इन 65 दिनों में 17 रेल हादसे हो गए हैं. इन हादसों में 21 लोगों की जान गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए, लेकिन रील मंत्री को इससे फर्क नहीं पड़ता, उनके लिए तो ये 'छोटी घटना' है."
अब मध्य प्रदेश में एक ट्रेन पटरी से उतर गई.
— Congress (@INCIndia) August 12, 2024
नई वाली मोदी सरकार को 65 दिन हुए हैं. इन 65 दिनों में 17 रेल हादसे हो गए हैं.
इन हादसों में 21 लोगों की जान गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए.
लेकिन रील मंत्री को इससे फर्क नहीं पड़ता, उनके लिए तो ये 'छोटी घटना' है. pic.twitter.com/AGZHAZMgbC
'क्या बड़े हादसे का इंतजार कर रही सरकार?'- कल्पना सोरेन
झारखंड से JMM विधायक और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने पोस्ट में लिखा, "रेल पटरी से उतर रही है और साथ ही हमारी उम्मीदें भी. क्या रेलवे वाकई किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रही है? बीते कुछ साल में रेल मंत्रालय की दुर्घटनाओं के प्रति निष्क्रियता और घटिया क्वालिटी के रेल पटरियों का उपयोग के कारण ही इतनी घटनाएं हो रही हैं. अब समय है कि हम आवाज़ उठाएं और सुरक्षित रेल यात्रा की मांग करें."
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