Truck Driver Strike: 'अफवाहों पर ध्यान न दें', भोपाल कलेक्टर का दावा- '10 लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति कराई गई'
Truck Driver Strike News: मध्य प्रदेश में मंगलवार को दूसरे दिन भी हिट एंड रन कानून का विरोध देखने को मिला. वहीं दूसरी ओर भोपाल कलेक्टर ने पेट्रोल-डीजल के डिपो पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.
Truck Driver Strike Today: मध्य प्रदेश में हिट एंड रन कानून के विरोध में बस-ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल को देखते हुए देर रात भोपाल कलेक्टर पेट्रोल-डीजल के डिपो पहुंचे. कलेक्टर आशीष सिंह ने पेट्रोल-डीजल के परिवहन की व्यवस्था देखी. सतत आपूर्ति के निर्देश दिये. दावा किया गया है कि भोपाल में 10 लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति तेज कंपनियों के वाहनों से कराई गई है. कलेक्टर आशीष सिंह ने भोपालवासियों से अपील की कि पैनिक न करें, पेट्रोल-डीजल की सतत आपूर्ति उपलब्ध कराने जिला प्रशासन लगातार कार्यरत है.
कलेक्टर आशीष सिंह ने ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के मद्देनजऱ पेट्रोल-डीजल की जिले में सतत आपूर्ति सुनिश्चत करने के लिए तेल डिपो पहुंचकर पेट्रोल-डीजल परिवहन की स्थिति देखी एवं आवश्यक निर्देश भी दिए. उन्होंने बताया कि एचपीसीएल/बीपीसीएल सहित अन्य तेल कंपनियां स्वयं के वाहनों से जिले में पेट्रोल-डीजल का परिवहन कर रही हैं, जिससे जिले में सतत आपूर्ति उपलब्ध रहे. कलेक्टर सिंह ने आमजन से अपील की है कि अफवाहों से पैनिक न करें, पेट्रोल-डीजल की सतत आपूर्ति उपलब्ध कराने जिला प्रशासन लगातार कार्यरत है. उन्होंने कहा कि आमजन अनावश्यक परेशान न हो और अफवाहों के कारण पेट्रोल पंप पर लंबी लाइनों से बचें. कलेक्टर सिंह ने बताया कि 10 लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति तेल कंपनियों के वाहनों से कराई गई.
भोपाल खत्म नहीं हुआ पेट्रोल-डीजल
भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने दावा किया है कि राजधानी भोपाल में किसी भी पेट्रोल पंप पर डीजल या पेट्रोल के खत्म होने की सूचना नहीं है. इधर पड़ताल में सामने आया कि कई पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा वाहन चालकों को बगैर पेट्रोल दिए ही लौटाया जा रहा था.
दूध के लिए भी परेशानी नहीं
कलेक्टर सिंह ने सांची दुग्ध प्लांट का निरीक्षण कर दुग्ध परिवहन की व्यवस्था संबंधी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सांची दुग्ध वितरकों से बात की जिस पर शहरी क्षेत्र में तय वाहनों के साथ दुग्ध आपूर्ति सुनिश्चित कराने 500 सांची मिल्क पार्लर विक्रेता भी स्वयं के वाहनों से दुग्ध का परिवहन करेंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में दुग्ध परिवहन के लिए नगरीय निकायों के वाहनों का उपयोग किए जाने निर्देश नगरीय निकायों को दिए हैं.