MP News: मध्य प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा लिया गया है. ट्विटर की इस कार्रवाई से राजनेताओं में भी खलबली मच गई है. इस सूची में शिवराज सरकार (Shivraj Singh Chouhan) के कई मंत्रियों के साथ-साथ कांग्रेस के भी कई बड़े नेता शामिल हैं. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ब्लू टिक तो बच गया है, लेकिन उनके ऑफिस (@OfficeofSSC) का ब्लू टिक हटा लिया गया है. इसको 16 लाख लोग फॉलो करते हैं.


ट्विटर ने क्यों हटाया है ब्लूटिक?


वेरीफाइड ट्विटर अकाउंट पर ब्लू टिक लगा होता है. इससे उस अकाउंट की विश्वसनीयता भी बढ़ जाती है. ट्विटर ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि 20 अप्रैल के बाद ऐसे कई वेरीफाइड अकाउंट से ब्लू टिक हट जाएंगे, जो ब्लू टिक के फीस की राशि जमा नहीं करा रहे हैं. ट्विटर को हो रहे नुकसान को पूरा करने के लिए वेरीफाइड अकाउंट के लिए भी मासिक शुल्क तय किया गया है. यह राशि अदा करने के बाद ही ब्लू टिक दिखाई देंगे. ट्विटर की कार्रवाई से मध्य प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं को झटका लग गया है.


ट्विटर ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब मध्य प्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव की तैयारियों में सभी दलों के नेता जोर-शोर से लगे हुए हैं. वो जनता तक पहुंचने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने दे रहे हैं. आज के समय में सोशल मीडिया जनता तक पहुंचने का एक विश्ववसनीय माध्यम बन गया है. 


किन किन नेताओं का हटा ब्लू टिक


ट्विटर ने शुक्रवार सुबह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव,नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह,वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा सहित बीजेपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा लिए. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (@digvijaya_28) का ब्लू टिक भी हटाया गया है. दिग्विजय सिंह को ट्वीटर पर 13 लाख लोग फॉलो करते हैं.


कैसे मिलता आया है ब्लू टिक


ट्विटर पर ब्लू टिक पाने के लिए ऑनलाइन रिक्वेस्ट भेजना होती है.इसके बाद सेटिंग में जाकर उसे भी चेंज किया जाता है.जो रिक्वेस्ट भेजी जाती है, उसमें वेबसाइट के साथ अन्य डिटेल भी भेजी जाती है. इसे ट्विटर की ओर से वेरीफाई किया जाता है. इसके बाद ब्लूटिक मिलता है.ट्विटर द्वारा मनोरंजन न्यूज़ ऑर्गेनाइजर सहित कई श्रेणियां बनाई गई हैं. जिसमें ब्लू टिक के लिए अप्लाई किया जा सकता है.