Bhopal News: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में चीता ज्वाला के दो और शवकों की मौत हो गई है. अभी दो दिन पहले ही उसके एक शावक की मौत हो गई थी. ज्वाला ने इस साल मार्च में चार शावकों को जन्म दिया था.इनमें से तीन की मौत हो चुकी है. कुनो नेशनल पार्क में अब तक तीन शावकों और दो बड़े चीतों की मौत हो चुकी है. वन विभाग की टीम मौत के कारणों का पता लगाने में जुटी है. 


क्या कहना है वन विभाग का


ज्वाला और उसके शावकों की देखभाल वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम कर रही थी. मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि तीनों शावकों की असामान्य स्थिति और गर्मी को देखते हुए रेस्क्यू कर डॉक्टरों की टीम अपनी निगरानी में रखे हुए थी. लेकिन तमाम प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका. 


बयान के मुताबिक एक बचे हुए शावक को पालपुर के चिकित्सालय में रखा गया है.वहां उसका लगातार उपचार किया जा रहा है. इसमें नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों की भी सलाह ली जा रही है.बयान के मुताबिक इन शावकों की मां ज्वाला की स्वस्थ हैं और उसकी भी निगरानी की जा रही है.


कुनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट


मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों को बसाने ओर उनके कुनबे को बढ़ाने के लिए इस प्रोजेक्ट को लाया गया है.  नामीबिया से लाए गए चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अपने जन्मदिन पर पार्क के बाड़े में छोड़ा था.लेकिन कूनो नेशनल पार्क में चीतों का कुनबा बढ़ने की जगह घट रहा है. ऐसे में यहां से चीते शिफ्ट करके राजस्थान ले जाने की तैयारियां या यूं कहें की सुझाव पर चर्चा हो रही है.


कूनो नेशनल पार्क में लगातार चीतों की मौत हो रही है. मार्च में मादा चीता सासा की मौत फिर अप्रैल में उदय नाम के चीते की मौत और फिर मादा चीता दक्षा की मौत के बाद मादा चीता ज्वाला के तीन शावकों की अब तक मौत हो चुकी है.इन मौतों से यह साफ नजर आ रहा है कि कूनो नेशनल पार्क में मॉनिटरिंग टीम और साथ मे लगे एक्सपर्ट सिर्फ खानापूर्ति में लगे हैं.


इन मौतों से कूनो प्रशासन के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.कूनो नेशनल पार्क में बीते दो महीने में तीन चीतों की मौत हो चुकी है,वहीं तीन शावकों ने भी दम तोड़ दिया है.लगातार कूनो में घट रहे चीतों के कुनबे से अब एक बार फिर चीता प्रोजेक्ट की सफलता पर सवाल पर उठ रहे हैं.


कहां-कहां से लाए गए हैं चीते


चीते पहले नामीबिया और बाद में साउथ अफ्रीका से अलग-अलग खेप में कूनो नेशनल पार्क में लाये गए थे.इन चीतों को पहले क्वारंटीन किया गया था, जिनके लिए अलग-अलग छोटे बाड़े बनाये गए थे, जिसमे सभी को शिफ्ट किया गया था और अलग अलग अवधि में बड़े बाड़े में छोड़ा गया था.


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