Ujjain Vaccination: कोरोना वैक्सीन को लेकर उज्जैन जिले में महाअभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में ऐसे लोगों पर विशेष निगाह रखी जा रही है, जिन्होंने पहला डोज भी नहीं लगवाया है. खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों को लेकर प्रशासनिक अमला लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने जिले की सबसे बुजुर्ग महिला को वैक्सीन लगवाया. उज्जैन की अतिरिक्त विश्व बैंक कॉलोनी में रहने वाली अयोध्या बाई पाटीदार की उम्र 104 साल है. 


गुरुवार को अयोध्या बाई को कोरोना का पहला वैक्सीन डोज लगवाया गया. उनके पोते रितेश पाटीदार 40 साल ने बताया कि उनकी चार पीढ़ियां हो चुकी हैं. अभी भी उनकी दादी अयोध्या भाई स्वस्थ हैं. उन्होंने बताया कि अयोध्या बाई का आधार कार्ड नहीं होने की वजह से अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगाया जा सका था. जब इस बात की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह तक पहुंची, तो उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने तुरंत मोबाइल नंबर का सत्यापन करवा कर बुजुर्ग महिला को वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए.  इसके बाद क्षेत्र के पूर्व पार्षद राजेश सेठी ने पाटीदार परिवार को वैक्सीन के लिए तैयार किया. 


रितेश पाटीदार ने बताया कि पूर्व में उनकी दादी की तबीयत भी खराब हो गई थी, इसके चलते भी वैक्सीन लग नहीं पाया था. यह माना जा रहा है कि 104 वर्षीय अयोध्या बाई उज्जैन की सबसे बुजुर्ग महिला हैं. इस टीकाकरण को लेकर कई लोगों के मन में अभी भी भ्रांतियां है. इसे दूर करने के लिए अयोध्या बाई पाटीदार को लगाए गए वैक्सीन का फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. फोटो के साथ यह भी लिखा जा रहा है कि इतनी बुजुर्ग महिला जब वैक्सीन लगवा कर सुरक्षित हो सकती है तो फिर दूसरे लोगों को भी सबक लेनी चाहिए. 


वैक्सीनेशन के महाअभियान को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार उन इलाकों में बैठकें भी ली जा रही हैं, जहां पर वैक्सीनेशन का प्रतिशत कम है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने भी इसी कड़ी में अल्पसंख्यक बहुल्य इलाकों में सामाजिक कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनका सम्मान भी किया. कई क्षेत्रों में वैक्सीनेशन को लेकर शपथ भी दिलाई जा रही है.


इस बीच उज्जैन में बुधवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज शहर में निकला है. अब उज्जैन में सक्रिय कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3 हो गई है. उज्जैन में पिछले 52 दिनों से पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया था लेकिन अचानक एक के बाद एक फिर पॉजिटिव मरीज आने लगे हैं.