Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के शहर उज्जैन में जिला प्रशासन ने पांच करोड़ रुपये की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया. उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. इस अभियान के तहत जिले में अभी और भी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत मिल रही है. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही लगातार जारी है.


इसी क्रम में बुधवार (3 जुलाई) को तहसील तराना के ग्राम टिटोडी में तहसीलदार तराना रामलाल मुनिया के नेतृत्व में राजस्व, पुलिस और ग्रामीण विकास विभाग की संयुक्त टीम की ओर से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई. एसडीएम तराना राजेश बोरासी ने बताया कि प्रशासन द्वारा 5.38 हेक्टयर सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया हैं. इसकी बाजार कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये है. 


राजेश बोरासी ने कहा कि जमीन पर ग्राम टिटोडी के इस्माइल पिता पीर खां, नौशाद पिता इस्माइल खां और अकरम पिता इस्माइल खां की तरफ से अतिक्रमण किया गया था. अब उस जमीन से अतिक्रमण हटवाकर सरकारी जमीन का बोर्ड लगाया. उन्होंने बताया कि जमीन पर बड़े स्तर पर पौधारोपण किया जाएगा, पौधरोपण के लिए गड्डे भी खुदवाए गए हैं.


ग्रामीणों ने की थी शिकायत
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीण ग्रामीणों की ओर से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत की गई थी. इसी शिकायत की पहले जांच की गई, फिर जांच में शिकायत सही पाई जाने पर जिला प्रशासन ने रणनीति बनाकर अतिक्रमण हटाया. माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पिछले तीन साल में उज्जैन जिले में एक हजार करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति माफिया के कब्जे से मुक्त कराई जा चुकी है. फिलहाल अभी भी यह अभियान जारी है. 



ये भी पढ़ें: Dhirendra Shastri: हाथरस भगदड़ से नहीं लिया सबक? बागेश्वर धाम पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ ने बढ़ी दी पुलिस की टेंशन